नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पंजाब के फिरोजपुर में चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए जाने वाले थे, लेकिन इस दौरान उनके साथ कुछ ऐसा हो गया कि जिसके बाद उन्होंने दिल्ली लौटते ही खुद के सलामत पहुंचने पर सबसे पहले सीएम चन्नी को दिल से शुक्रिया अदा किया, लेकिन आज जो कुछ भी पीएम मोदी के साथ फिरोजपुर जाने के क्रम में हुआ, उससे पूरे देश में सनसनी मच गई कि आखिर कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में इतनी बड़ी लापरवाही बरती जा सकती है। मीडिया में आई खबरों की मानें तो पहले प्रधानमंत्री हवाई मार्ग से फिरोजपुर जाने वाले थे, लेकिन खराब मौसम की वजह से उन्होंने सड़क मार्ग का विकल्प चुना, जहां रास्ते में उनका पाला कुछ प्रदर्शनकारियों से पड़ा, जिन्होंने पीएम मोदी के निर्धारित किए गए मार्गों को अवरूद्ध किया। नतीजतन, पीएम मोदी को बाध्य होकर राजधानी दिल्ली का रुख करना पड़ गया, लेकिन यहां सवाल यह पैदा होता है कि आखिर पीएम मोदी का काफिला किन रास्तों से होकर गुजरने वाला है, इस बात की जानकारी प्रदर्शनकारियों को कैसे हुई? आखिर पीएम मोदी की सुरक्षा के साथ-साथ इस अहम जानकारी में सेंधमारी करने वाला शख्स कौन है। फिलहाल यह जांच का विषय है। गृह मंत्रालय की तरफ से जांच के निर्देश दिए जा चुके हैं।
उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सच उजागर होगा, लेकिन उससे पहले पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी की रैली को अवरूद्ध करने का प्लान काफी पहले ही बनाया जा चुका था और इस प्लान को बनाने वाला कोई और नहीं, बल्कि शुरू से ही मोदी सरकार के खिलाफ अपना झंडा बुलंद करने वाला खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो उक्त खालिस्तानी संगठन ने पीएम मोदी द्वारा निर्धारित किए गए मार्गों को अवरूद्ध करने की योजना काफी पहले ही बना ली थी। जिसका वीडिया भी सामने आया है, जिसमें सिख फॉर जस्टिस के जनरल काउंसिल गुरुपंतवंत सिंह पन्नू लोगों को उकसाते हुए नजर आ रहा है। कह रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की मौत के जिम्मेदार हैं। लिहाजा आने वाले 5 जनवरी को प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद की फिरोजपुर रैली का जमकर विरोध करना होगा।
वीडियो में जनमतसंग्रह और सुरक्षाबलों को भी भगाने की बात कही गई है। इस वीडिया ने एक बार फिर पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था में हुई चूक को लेकर विवादित सिख संगठन को सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया है। बता दें कि इससे पहले भी उक्त संगठन विवादों में रहा है। किसान आंदोलन के दौरान भी उक्त संगठन की गतिविधियां संदिग्ध रही थी। कई मर्तबा किसानों को बरगलाने की कोशिश इसकी तरफ से की जाती रही है। अब इसी क्रम में पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था में हुई चूक में भी सिख फॉर जस्टिस की संलिप्तता ने उसे सवालों के कठघऱे में लाकर खड़ा कर दिया है। बहरहाल, पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर आगे क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इसका पूरे देश को इंतजार रहेगा। लेकिन इस मसले को लेकर एक बार फिर से कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आ गई है।