तिरुवनंतपुरम। केरल में दो महिलाओं की बलि देने की सनसनीखेज घटना का खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने रशीद नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। वहीं, आरोपी भगवंत सिंह और उसकी पत्नी लैला हिरासत में हैं। घटना के खुलासे के बाद बीजेपी ने राज्य में सत्तारूढ़ सीपीएम CPM पर बड़ा आरोप लगाया है। बीजेपी के मुताबिक आरोपी भगवंत सिंह सीपीएम का सदस्य है। बीजेपी के मुताबिक भगवंत ने अपने साथी शफी उर्फ रशीद के साथ मिलकर रोजलीन और पद्मम की बलि दी और उनकी लाशें दफन की। बीजेपी ने इस मामले की व्यापक जांच करने की मांग की है। साथ ही ये सवाल उठाया है कि महिलाओं की बलि के मामले में सामाजिक कार्यकर्ता चुप क्यों हैं? केरल हाईकोर्ट ने भी घटना पर हैरत जताई है।
Two women named Roselin and Padma were brutally murdered and buried by Bhagavanth Singh, a @CPIMKerala member in Thiruvalla. This horrific ‘human sacrifice’ happened with the help of his aide Rasheed. BJP demand a thorough investigation. Why are the social activists silent? pic.twitter.com/C3kbl4lt1O
— K Surendran (@surendranbjp) October 11, 2022
कोच्चि के पुलिस कमिश्नर सीएच नागराजू के मुताबिक महिलाओं की हत्या पत्थनमथिट्टा जिले के एलांथूर गांव में की गई। उनको कथित तौर पर अगवा कर बलि दी गई और लाशों को दफना दिया गया। जिस आरोपी भगवंत सिंह को बीजेपी ने सीपीएम का कार्यकर्ता बताया है, पुलिस के मुताबिक वो तंत्र-मंत्र का काम करता है। नागराजू के मुताबिक शफी उर्फ रशीद ही दोनों महिलाओं को भगवंत सिंह के पास ले गया था। उसने काफी पैसा दिलाने का वादा किया था। पुलिस को शक है कि तंत्र-मंत्र के चक्कर में दोनों महिलाओं की बलि दी गई।
पुलिस के मुताबिक रोजलीन और पद्मम एर्नाकुलम जिले में लॉटरी बेचने का काम करती थीं। इनमें से एक इस साल जून और दूसरी सितंबर में लापता हुई थी। पद्मा के लापता होने की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि दोनों महिलाओं की बलि दी गई है। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि शफी, भगवंत और उसकी पत्नी ने जुर्म कबूल कर लिया है। भगवंत और उसकी पत्नी ने पुलिस को बताया है कि उनको पैसे की तंगी थी। उन्होंने ईश्वर को खुश करने के लिए महिलाओं की बलि देने का फैसला किया। बलि के बाद रोजलीन और पद्मा के शरीर के टुकड़े कर उन्होंने घर के बगल खेत में दफन कर दिए थे। भगवंत सिंह और उसका परिवार एलांथूर में तांत्रिक के नाम पर पहचाने जाते हैं। सोशल मीडिया में उसके हजारों फॉलोअर हैं। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि वो सत्तारूढ़ सीपीएम का सदस्य है।