नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (यूएनईएससी ) के सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘हमने सार्क इमरजेंसी फंड बनाया। कोरोना से लड़ाई को हमने जन आंदोलन बनाया। हम गरीबों के लिए आयुष्मान योजना लाए।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि चाहे भूकंप हो, चक्रवात तो, इबोला संकट हो या कोई अन्य प्राकृतिक या मानव निर्मित संकट हो, सबको लेकर भारत ने तेजी और एकजुटता के साथ जवाब दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2030 के एजेंडा को हासिल करने के लिए भारत पूरी कोशिश कर रहा है। हमारा मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है। हम किसी को पीछे नहीं छोड़ सकते हैं। हम जनता को हर मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत हैं।
Our motto is ‘Sabka Saath, Sabka Vikaas, Sabka Vishwas’ – meaning ‘Together, for everyone’s growth, with everyone’s trust’. This resonates with the core SDG principle of leaving no one behind: PM Narendra Modi pic.twitter.com/JouFBTOJvm
— ANI (@ANI) July 17, 2020
प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में हमने 150 से ज्यादा देशों में स्वास्थ्य और अन्य सेवाओं का विस्तार किया।
संयुक्त राष्ट्र के अपने वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे खाद्य सुरक्षा योजना से 830 मिलियन नागरिकों को लाभ मिला है। पीएम आवास योजना के जरिए 2022 तक हर भारतीय के सिर के ऊपर अपनी क्षत होगी जब भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना काल में स्थितियों को सामान्य बनाए के लिए शुरू की गई योजनाओं और फैसलों को लेकर कहा, हमने आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया। हम सभी प्राकृतिक आपदाओं से लड़े। अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए विशेष पैकेज लाए।
यह पहला मौका है जब 2021-22 के कार्यकाल के लिए 17 जून को सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में भारत को भारी समर्थन से चुना गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले जनवरी 2016 में ईसीओएसओसी की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर मुख्य भाषण दिया था।