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UP Election: स्वामी प्रसाद मौर्य के रुखसत होने के बाद BJP ने बदला ‘मास्टर प्लान’, अब ऐसे विधायकों पर गिरेगी गाज, जिन्होंने..!

BJP Assembly Election : चुनावी पंडितों की मानें तो स्वामी प्रसाद मौर्य का दबदबा सूबे की 100 विधानसभा सीटों पर बरकरार था, लेकिन अब जिस तरह से उन्होंने बीजेपी को करारा झटका देकर सपा का दामन थाम लिया है, उसने कहीं न कहीं पार्टी के लिए आगामी चुनावी में सियासी राह को पथरिली बनाकर रख दी है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत विगत सोमवार को राजधानी लखनऊ स्थिति बीजेपी कार्यालय में हुई बैठक में कई नेताओं के टिकट काटे जाने का फैसला लिया गया था। बैठक में बेहतर काम करने वाले, परिवारवाद को बढ़ावा न देने वाले, पार्टी लाइन से बाहर न जाने वाले, नेताओं को ही टिकट देने का फैसला किया गया था। इसके लिए समीक्षा रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा का दामन थाम लेने के बाद से पार्टी ने अपनी रणनीतियों में बदलाव करने का मन बनाया है। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे उन सभी नेताओं को राहत की सांस लेने का मौका दिया है जिन्हें अपना टिकट काटे जाने का डर सता रहा था। खबर है कि अब पार्टी ने टिकट देने के दौरान जिन कड़े मापदंड़ों का सहारा लेती हुई नजर आ रही थी। अब उस पर नरमी लाने पर विचार किया जाएगा।

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, अब उन्हीं नेताओं के टिकट काटे जाने पर विचार किया जाएगा, जिन्होंने 70 फीसद छवि धुमिल है। पार्टी की इस रणनीति के बाद से कई नाम इस फेहरिस्त में जुड़ गए हैं, जिसमें गाजियाबाद से अतुल गर्ग की पुरानी सीट बनी रहेगी, नोएडा के तीन प्रत्याशी पुरानी सीटों से चुनाव लड़ेंगे, मेरठ से संगीत सोम, दिनेश खटीक के नाम पर मुहर, मुजफ्फरनगर से कपिल देव अग्रवाल का नाम तय, मथुरा से श्रीकांत शर्मा के नाम पर सहमति बन गई है। बता दें कि इससे पहले सोमवार को चुनाव समिति की हुई बैठक कई नेताओं के टिकट काटे की बात पर सहमति बनी थी, लेकिन अब स्वामी प्रासद मोर्य के इस्तीफे ने पार्टी को सकते में डाल दिया है जिसके बाद से अब  टिकट वितरण के दौरान पने पूर्व के निर्धारित मापदंडों से समझौता करने के लिए तैयार हैं।

चुनावी पंडितों की मानें तो स्वामी प्रसाद मौर्य का दबदबा सूबे की 100 विधानसभा सीटों पर बरकरार था, लेकिन अब जिस तरह से उन्होंने बीजेपी को करारा झटका देकर सपा का दामन थाम लिया है, उसने कहीं न कहीं पार्टी के लिए आगामी चुनावी में सियासी राह को पथरिली बनाकर रख दी है। स्वामी प्रसाद मौर्ये के इस्तीफे के बाद दो और बीजेपी विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। जिसने कहीं न कहीं बीजेपी को सकते में डाल दिया है। खैर,  माना जा रहा है कि आगामी दो तीन दिनों के बाद बीजेपी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगी जिसके बाद यह साफ हो जाएगा कि किसका टिकट कटने जा रहा है और किसका नहीं है। फिलहाल तो आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी जीत दर्ज करने के लिए अपनी जीत दर्ज करने की तैयारी में मसरूफ है। अब ऐसे पार्टी अपनी इस कोशिश में कितनी कामयाब हो पाती है और कितनी नहीं। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।