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राम मंदिर जमीन-खरीद विवाद पर BJP नेता अमित मालवीय का पलटवार, कहा- कारसेवकों पर गोली चलवाने वालों से क्या अपेक्षा?

Ram Mandir: गौरतलब है कि इस मामले में सबसे पहले सपा के पूर्व विधायक पवन पाण्डेय ने कागज दिखाते हुए आरोप लगाया कि पहले 2 करोड़ में जमीन का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कराया और 5 मिनट बाद ही 18.5 करोड़ में मंदिर ट्रस्ट को यह जमीन बेच दी गई।

नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट से रास्ता तो साफ हो गया है, और निर्माण कार्य प्रारंभ भी हो गया है। लेकिन इस बीच राम मंदिर जमीन खरीदारी को लेकर नया आरोप लगाया गया है। यह आरोप विपक्ष के कई दलों की तरफ से लगाया गया है। बता दें कि राम मंदिर की जमीन खरीदने को लेकर आरोप लगा है कि, जिस जमीन की कीमत 2 करोड़ थी, 18 करोड़ में खरीदा गया है। बता दें कि विपक्ष का आरोप है कि, जमीन के दामों को सोने के भाव खरीदा गया है। हालांकि आरोपों के बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से इस मामले में सफाई भी दी गई है। बता दें कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नेता चंपत राय ने आधिकारिक पत्र जारी कर कहा कि, राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित लोग इस मामले में राजनीति कर रहे हैं और गलत जानकारी फैला रहे हैं। वहीं इस आधिकारि पत्र को शेयर करते हुए भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में विपक्ष पर करारा प्रहार किया है।

Ayodhya Ram Temple

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, “जिन राजनीतिक दलों ने दशकों तक कोर्ट में राम जन्मभूमि के निर्णय में अड़ंगा लगाया, तुष्टिकरण के चलते भगवान राम के अस्तित्व को ही नकार दिया, कारसेवकों पर गोलियां चलवाईं, उनसे ये अपेक्षा भी नहीं करनी चाहिए कि वो मंदिर निर्माण का कार्य बिना किसी दुर्भावना के संपन्न होने देंगे।”

गौरतलब है कि इस मामले में सबसे पहले सपा के पूर्व विधायक पवन पाण्डेय ने कागज दिखाते हुए आरोप लगाया कि पहले 2 करोड़ में जमीन का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कराया और 5 मिनट बाद ही 18.5 करोड़ में मंदिर ट्रस्ट को यह जमीन बेच दी गई।

वहीं आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर चंपत राय ने करोड़ों रुपये ‘चंपत’ कर दिए। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के नाम पर घोटाला किया गया है। चंपत राय ने राम के नाम पर जो चंदा लिया गया, उसमें करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया गया है।

इसके अलावा अयोध्या में मंदिर ट्रस्ट के नाम पर घोटाले के आरोप पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने कहा कि अयोध्या में विश्वहिंदू परिषद पर कई सौ करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप मंदिर ट्रस्ट के नाम पर पहले भी लगा है उसकी भी कोई सफाई विश्व हिंदू परिषद की तरफ से नहीं आई है। आज जो आरोप विश्व हिंदू परिषद पर लग रहे हैं इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए सरकार इसकी उच्च स्तरीय जांच कराए अगर ये लूट हुई है तो उन लोगों को साधारण लोगों से ज़्यादा कई गुना ज्यादा सज़ा मिलनी चाहिए।