लखनऊ। यूपी में विधानसभा चुनाव का नगाड़ा दिसंबर के मध्य तक बजने की उम्मीद है। सूबे में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा के चुनाव होने हैं। कुल 403 सीट हैं। इनमें से 2017 में बीजेपी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 311 सीटें हासिल की थीं। इस बार बीजेपी ने 325 सीटों का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व अब पूरे यूपी को मथने का इरादा तय कर चुका है। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने केंद्र की सत्ता की राह यानी यूपी में फिर से सरकार बनाने के लिए हर तरह से दम लगाने का फैसला किया है। इसके लिए पार्टी अपने सबसे बड़े चेहरे यानी पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह को अपना हथियार बनाने जा रही है। समुद्र मंथन में रत्न निकालने को आधार बनाकर यूपी को मथकर सीटें हासिल करने की दिशा में पार्टी बढ़ रही है। इसकी शुरुआत 29 अक्टूबर से अमित शाह करने जा रहे हैं।
यूपी बीजेपी के मुताबिक अमित शाह दो दिन के दौरे पर 29 अक्टूबर को लखनऊ पहुंचेंगे। इस दौरान चुनाव से पहले सदस्यता अभियान पर जोर दिया जाएगा। पार्टी ने तय किया है कि ज्यादा से ज्यादा तादाद में दलितों और पिछड़ों को पार्टी से जोड़ा जाएगा। इसके लिए क्या रणनीति हो, ये अमित शाह लखनऊ में नेताओं और कार्यकर्ताओं को बताएंगे। इसके अलावा बीजेपी ने ये भी तय किया है कि पार्टी के कार्यकर्ता घरों में जाएंगे और लोगों को बताएंगे कि केंद्र की मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार ने समाज की भलाई के लिए क्या काम किए हैं।
इसके साथ ही पीएम मोदी की जनसभाओं के जरिए भी बीजेपी की तरफ वोट खींचने की कोशिश होगी। सूत्रों के मुताबिक जी-20 देशों की बैठक से लौटने के बाद मोदी के यूपी दौरों में इजाफा होगा। अभी मोदी को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और अन्य कई योजनाओं का यूपी में लोकार्पण करना है। चुनाव के दौरान मोदी की 20-25 सभाएं कराने का इरादा बीजेपी का है। अगर सबकुछ ठीक रहा, तो मोदी यूपी को पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक अपनी जनसभाओं से छा देंगे। इसके अलावा तमाम स्टार प्रचारकों को पार्टी मैदान में उतारेगी।