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World Media Reaction: अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया में भी भाजपा के जीत की गूंज, कहा- “योगी मोदी के संभावित उत्तराधिकारी”

World Media Reaction: अधिकतर विदेशी मीडिया इन चुनावी नतीजों को प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और उनकी सियासी ताकत से जोड़कर देख रहा है। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा उत्तर प्रदेश के नतीजों और योगी आदित्यनाथ को लेकर हो रही है।

नई दिल्ली। भारत में पांच राज्यों (उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर) के चुनावी नतीजों के बाद जहां देश में जश्न का माहौल है। भारतीय मीडिया चुनाव की खबरों से पटी पड़ी है। वहीं देश की चुनावी खबरें सरहद पार भी सुर्खियां बटोर रही हैं। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और नेपाल में तो देश के चुनावी नतीजों पर चर्चा हो ही रही है, अमेरिकी मीडिया भी इन नतीजों को कवर कर रही है। संक्षेप में कहे, तो अधिकतर विदेशी मीडिया इन चुनावी नतीजों को प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और उनकी सियासी ताकत से जोड़कर देख रहा है। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा उत्तर प्रदेश के नतीजों और योगी आदित्यनाथ को लेकर हो रही है। नेपाली मीडिया में पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून (पाकिस्तान)

पाकिस्तान के ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने अपनी वेबसाइट पर लिखा कि ‘भारत का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है और यहां जीती हुई पार्टी के मायने बेहद अहम हैं। उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजों से भारत की जनता के मूड का पता चलता है। इससे आने वाले जनरल इलेक्शन के नतीजों का अंदाजा लगाना आसान हो जाता है। नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी ने 403 में से 250 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की है।’

द डॉन (पाकिस्तान)

‘द डॉन’ जो कि पाकिस्तान का सबसे बड़ा अंग्रेजी अखबार है, ने लिखा कि ‘भारत के सबसे बड़े राज्य में मोदी की पार्टी बीजेपी की सबसे बड़ी जीत। ये नतीजे 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों की झलक और नतीजों का अंदाजा देते हैं, कि वहां कि जनता क्या चाहती है। भाजपा एक हिंदू राष्ट्रवादियों की पार्टी है और इसने 403 में से आधे से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की है।’

न्यूयॉर्क टाइम्स (अमेरिका)

अमेरिका के NYT ने लिखा- ‘भारत के सबसे बड़े राज्य में मोदी की पार्टी की सत्ता ही बनी रहेगी। मोदी की जीत इस वजह से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 30 साल से ज्यादा के समय के बाद किसी पार्टी की लगातार दूसरी बार सरकार बनने जा रही है। ये जीत योगी आदित्यनाथ को और मजबूत करेगी। योगी को मोदी का उत्तराधिकारी माना जाता है। योगी आदित्यनाथ एक कट्टरपंथी हिंदू संत हैं। हालांकि 2017 की अपेक्षा भाजपा की सीटें UP में काफी कम हुई हैं। इस बार सीटें कम होने के बावजूद बीजेपी आसानी से पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाएगी।’

वॉशिंगटन पोस्ट (अमेरिका)

अमेरिका के ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ अखबार ने लिखा कि ‘मोदी के नेतृत्व वाली BJP पार्टी  की जीत का सिलसिला जारी है। भारत में पांच राज्यों में चुनाव हुए, लेकिन सबसे ज्यादा बात उत्तर प्रदेश की हो रही है। उत्तर प्रदेश की जीत से मोदी और ज्यादा मजबूत होंगे। मोदी सेक्यूलर स्टेट की बजाए हिंदू कंट्री के विजन को ज्यादा महत्व देंगे। 403 में से 250 से ज्यादा सीटें जीतने का मतलब ये है कि वहां एक मजबूत सरकार बनेगी। जनता आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रही है, इसके बावजूद नतीजों ने ये साबित कर दिया है कि मोदी की लोकप्रियता न सिर्फ बरकरार है, बल्कि और बढ़ी ही है।’

BBC (ब्रिटेन)

BBC  के अनुसार, ‘नरेंद्र मोदी और बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के 30 सालों से बने इस भ्रम को तोड़ दिया कि वहां कोई भी पार्टी दूसरी बार सरकार नहीं बना पाती। बीजेपी ने बहुत आसान सी जीत दर्ज कर ली, जबकि इसे बहुत कठिन मुकाबला माना जा रहा था। खुला सिर और भगवा वस्त्र धारण करने वाले वाले योगी आदित्यनाथ संत से सियासतदान बने और अब वो दूसरी बार सरकार चलाएंगे। लोग उन्हें देखने और सुनने के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठे होते हैं।’

काठमांडू पोस्ट (नेपाल)

विश्व के तमाम अखबारों ने जहां उत्तर प्रदेश को तवज्जो दी वहीं, नेपाल के अंग्रेजी अखबार ‘काठमांडू पोस्ट’ ने उत्तर प्रदेश से ज्यादा पंजाब के नतीजों को अहमियत दी। इस अखबार ने अपनी वेबसाइट पर लिखा, कि अब पंजाब भी दिल्ली मॉडल पर चलने के लिए तैयार है। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने ये साबित कर दिया है कि छोटी पार्टियां अगर ईमानदारी से काम करें, तो वो भी बड़े स्तर पर जीत दर्ज कर सकती हैं। दिल्ली में दो बार लगातार सरकार बनाने के बाद अब केजरीवाल पंजाब राज्य की कमान भी संभालेंगे।