नई दिल्ली। ब्रिक्स देशों का वर्चुअल शिखर सम्मेलन पीएम मोदी ने मंगलवार को अपना संबोधन दिया। इस बैठक में रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के अलावा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग शी शामिल रहे। बता दें कि अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने कहा कि, वैश्विक महामारी के दौरान भी ब्रिक्स अपनी गति को जारी रखने में सक्षम रहा है। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि, “इस वर्ष दूसरे विश्व युद्ध की 75वीं वर्षगांठ पर हम वीरगति पाए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हैं। भारत से भी 2.5 मिलियन से अधिक वीर इस युद्ध में यूरोप, अफ्रीका, और साउथ ईस्ट एशिया जैसे कई फ्रंट्स पर सक्रिय थे।”
लाइव–
Speaking at the BRICS Summit. https://t.co/e2X66cZ5so
— Narendra Modi (@narendramodi) November 17, 2020
लाइव अपडेट्स-
COVID के दौरान भारतीय फार्मा उद्योग की क्षमता के कारण हम 150 से अधिक देशों को आवश्यक दवाइयां भेज पाए। हमारी वैक्सीन उत्पादन और डिलीवरी क्षमता भी इस तरह मानवता के हित में काम आएगी
हमें खुशी है कि रूस की अध्यक्षता के दौरान ब्रिक्स काउंटर टेररिज्म स्ट्रेटजी को अंतिम रूप दे दिया गया है। यह एक बड़ी उपलब्धि है। भारत इस कार्य को अपनी अध्यक्षता के दौरान और आगे बढ़ाएगा।”
पाकिस्तान का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि, आतंकवाद आज विश्व के सामने सबसे बड़ी समस्या है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आतंकवादियों को समर्थन और सहायता देने वाले देशों को भी दोषी ठहराया जाए और इस समस्या का संगठित तरीके से मुकाबला किया जाए।
पीएम मोदी ने UNSC में सुधार को लेकर कहा कि, भारत को लगता है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार बहुत जरूरी हैं, और हम इस मुद्दे पर अपने ब्रिक्स भागीदारों से समर्थन की उम्मीद करते हैं। कई अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन समकालीन वास्तविकताओं के अनुसार काम नहीं कर रहे हैं। डब्ल्यूटीओ, आईएमएफ, डब्ल्यूएचओ जैसे संस्थानों में सुधार की आवश्यकता है।
पीएम मोदी ने कहा कि, यह संयुक्त राष्ट्र की 75 वीं वर्षगांठ है। ऐसे में भारत ने हमेशा ही पूरी दुनिया को एक परिवार की तरह माना है। संयुक्त राष्ट्र के जो मूल्य हैं, उसके प्रति हमारी प्रतिबद्धता सर्वोपरि है।