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कैंसर से जूझ रही ब्रिगेडियर की बहन ने PM मोदी से लगाई मदद की गुहार, प्रधानमंत्री ने किया फोन, दिलाया मदद का भरोसा

ब्रिगेडयर डीएस हुड्डा की बहन, जो कि कैंसर से जूझ रही है, ने पीएम मोदी को खत लिखा। उन्होंने अपने लिखे पत्र में मांग की कि पीएम मोदी द्वारा उठाया गया एक  कदम उनके जैसी कई अन्य कैंसर से जूझ रहे लोगों को जीवनदान दिला सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि बिग्रेडियर की बहन ने पीएम मोदी से आखिर ऐसी कौन सी मांग की थी।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विराट व्यक्तित्व से तो समस्त विश्व वाकिफ ही है, लेकिन आज जो कुछ भी हुआ है, उसने उनकी विराट उदारता को भी समस्त विश्व के समक्ष परिलक्षित करके रख दिया है। यही तो पीएम मोदी की खास बात है कि वो हर छोटी बड़ी गतिविधियों पर बड़ी संजीदगी से अपनी नजरें बनाएं रखते हैं। किसी भी मसले को नजरअंदाज करना उन्हें गवारा नहीं है। इसी बीच उनके पास जब एक कैंसर सरवाइवर ने खत लिखा तो उसे उन्होंने संजीदगी से लेते हुए फौरन अपनी सक्रियता का परिचय दिया। निसंदेह इस सक्रियता से उनकी उनकी विराट शख्सियत के साथ उनकी उदारता से भी हम सब अवगत हुए हैं। आइए, इसके बारे में आगे विस्तार से जानते हैं।

जानिए पूरा माजरा

बता दें कि ब्रिगेडयर डीएस हुड्डा की बहन, जो कि कैंसर से जूझ रही हैं, ने पीएम मोदी को खत लिखा। उन्होंने अपने लिखे पत्र में मांग की कि पीएम मोदी द्वारा उठाया गया एक  कदम उनके जैसी कई अन्य कैंसर से जूझ रहे लोगों को जीवनदान दिला सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि बिग्रेडियर की बहन ने पीएम मोदी से आखिर ऐसी कौन सी मांग की थी कि जो कई कैंसर पीड़ितों को नया जीवन दिलाने में सहायक हो सकता है। दरअसल, उन्होंने पीएम मोदी से यूएस फुड एडं ड्रग्स एडमिनस्ट्रेशन द्वारा अप्रैल 2021 में अप्रूव किए गए सैकितुज़ुमाब (Sacituzumab Govitecan) को भारतीय बाजार में भी अप्रूव करने की मांग की गई थी। बता दें कि इसे (european medicines agency) द्वारा भी अप्रूव किया गया था। इसी कड़ी में अब कैंसर से जूझ रही ब्रिगेडर डीएस हुड्डा की बहन ने पीएम मोदी को खत लिखकर भारतीय बाजार में इसे अप्रूव करने की मांग की है, ताकि कैंसर से जूझ रहे अन्य लोगों को नया जीवन दान मिल सकें। बता दें कि ब्रिगेडियर की 68 वर्षीय बहन को triple negative breast cancer हैं।

इसका उपचार भी सीमित मात्रा में उपलब्ध है, लेकिन अगर उक्त दवा को भारतीय बाजार में मंजूरी मिल गई, तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। वहीं, पीएमओ ने इस पत्र को संज्ञान में लेते हुए फौरन कैंसर सरवाइवर ब्रिगेडियर की बहन को फोन किया जिसकी जानकारी उन्होंने खुद फोन करके दी है। वहीं, ब्रिगेडियर के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोग उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना भी कर रहे हैं।


ब्रिगेडियर ने ट्वीट कर कहा कि, पीएमओ की तरफ से फोन आया और उनसे बात भी हुई जिन्होंने मेरी बहन की तबीयत पर  चिंता भी जाहिर की है। उनके फोन और उनके शब्दों को प्राप्त करने पर वास्तव में विनम्र और सम्मानित महसूस किया गया कि मामले को देखा जाएगा। ब्रिगेडियर ने कहा कि मुझे मेरे भारतीय होने और मेरी उनकी व्यक्तिगत हस्तक्षेप से मैं बहुत गर्वांनित हूं।

सर्जिकल स्ट्राइक के भी रह चुके हैं प्रमुख 

बता दें कि साल 2016 में उरी हमले के बाद पाकिस्तान पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के कमांडिंग ऑफिसर रहे लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने कांग्रेस में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन बाद में इन सभी खबरों को सिरे से खारिज कर दिया गया था।