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UP: यूपी चुनाव में जीत का परचम लहराने के बाद एक्शन में बुलडोजर, सपा नेता के अवैध निर्माण को किया धराशायी

Uttar Pradesh : कथित तौर पर फर्जी तरीके से कानपुर विकास प्राधिकरण अधिकारियों से मिलीभगत के उपरांत ही जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराई गई थी। 14 मार्च को अवैध निर्माण को ध्वस्त करा दिया गया था। वहीं, विष्णु कुमार यादव के संदर्भ में लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि विष्णु की पृष्टिभूमि आपराधिक रही है।

नई दिल्ली। चुनाव चाहे लोकसभा के हों या विधानसभा के…कुछ मसले जरूर ऐसे रहते हैं, जो सियासी नुमाइंदों से लेकर आम जनता तक के जेहन में अपनी पैठ बना लिया करते हैं। अभी हाल ही में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को ही देख लीजिए। ये और बात है कि सूबे में एक बार फिर से बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ अपनी सरकार बना चुकी है। कुछ दिनों बाद योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले लेंगे। लेकिन अगर आपको ध्यान हो, तो चुनाव से पहले बेशुमार मसलों की बयार में सबसे प्रमुखता से बुलडोजर के मुद्दे को उठाया गया था। पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी तक ने इस मुद्दे के सहारे सपा पर जमकर निशाना साधा था। इसमें कोई दोराय नहीं है कि बुलडोजर के सहारे बीजेपी ने अपने लिए सत्ता का मार्ग तैयार किया है। कथित तौर पर बुलडोजर के सहारे बीजेपी ने प्रदेश में 37 साल पहले के इतिहास को दोहराया है। अब आप इतना सब कुछ पढ़ने के बाद सोच रहे होंगे कि ये तो हमें पता ही है, तो आप हमें इस पूरे माजरे में नया क्या बताने जा रहे हैं। आखिर माजरा क्या है।

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तो माजरा ये है…!

तो माजरा ये है कि उत्तर प्रदेश के जिला कानपुर में तलाब की जमीन पर चल रहे अवैध निर्माण पर नकेल कसने के लिए बुलडोजर चलाया गया। कथित तौर पर तलाब की जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कराया जा रहा था, लेकिन पूरे मामले की जानकारी लगते ही कानपुर विकास प्राधिकरण ने अवैध निर्माण को संपन्न होने से पहले ही उसे धराशायी करा दिया। यह अवैध निर्माण 1,750 वर्ग मीटर पर हो रहा था। यह जमीन 8.75 करोड़ रूपए की बताई जा रही थी। कथित तौर पर विष्णु कुमार यादव ने उक्त जमीन पर अवैध अतिक्रमण किया था, जो कि सपा से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि अखिलेश यादव के साथ उनकी तस्वीर सामने आई है, जिसे देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि वे सपा से जुड़े हुए हैं।

कथित तौर पर फर्जी तरीके से कानपुर विकास प्राधिकरण अधिकारियों से मिलीभगत के उपरांत ही जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराई गई थी। 14 मार्च को अवैध निर्माण को ध्वस्त करा दिया गया था। वहीं, विष्णु कुमार यादव के संदर्भ में लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि विष्णु की पृष्टिभूमि आपराधिक रही है। पुलिस ने उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है। कथित तौर पर पुलिस ने उनके खिलाफ 477 के तहत  मामला दर्ज कराया है।