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Ayodhya: राम मंदिर के डिजाइन में किया गया बदलाव, देखिये अब कैसे नजर आएगा अयोध्या का भव्य मंदिर

दिल्ली में हुई बैठक में फैसला लिया गया है कि अब राफ्ट के 30 ब्लॉक बनाए जाएंगे। जिनकी की चौड़ाई 9 मीटर होगी और तापमान को भी मेंटेन करने के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल किया जाएगा। बताया जा रहा है कि काम की गति धीमी होने के कारण अब मंदिर निर्माण में भी देरी हो रही है।

नई दिल्ली। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। धीरे-धीरे राम मंदिर निर्माण का कार्य आगे बढ़ रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि राम मंदिर साल 2023 तक पूरा हो सकता है। हालांकि इस बीच खबर सामने आ रही है कि राम मंदिर के डिजाइन में कुछ बदलाव किए गए हैं। दिल्ली में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में मंदिर के डिजाइन में बदलाव करने का निर्णय लिया गया है।

दरअसल हाल ही दिल्ली में हुई बैठक में मंदिर निर्माण के डिजाइन कार्य को लेकर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। 14 नवम्बर को दिल्ली में हुई इस बैठक में मंदिर के बुनियाद के बाद बनाई जा रही राफ्ट को लेकर फैसला लिया गया। जानकारी के मुताबिक़, पहले 27 मीटर का 17 ब्लॉक राफ्ट का बनाया जा रहा था। ब्लॉक राफ्ट  निर्माण लिए तापमान 23 डिग्री सेंटीग्रेड चाहिए था। अभी तक लगभग 12 ब्लॉक का निर्माण भी हो चुका था, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद राफ्ट की सीलिंग में दरारें आ गईं थीं। जिसके बाद लार्सन एंड टूब्रो ने काम रोक कर दूसरी तकनीक का इस्तेमाल किया।

वहीं दिल्ली में हुई बैठक में फैसला लिया गया है कि अब राफ्ट के 30 ब्लॉक बनाए जाएंगे। जिनकी की चौड़ाई 9 मीटर होगी और तापमान को भी मेंटेन करने के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल किया जाएगा। बताया जा रहा है कि काम की गति धीमी होने के कारण अब मंदिर निर्माण में भी देरी हो रही है। जिस राफ्टिंग का काम 15 नवंबर तक पूरा होना था वो अब दिसंबर माह में पूरा होगा जिसके बाद पलिंथ निर्माण का काम शुरू किया जाएगा।

राम मंदिर ट्रस्ट ने 2023 दिसंबर तक मंदिर के निर्माण की बात कही है दावा किया गया है कि 2023 में रामलला भव्य मंदिर में बैठकर दर्शन देंगे। मंदिर निर्माण की गति तेजी से चल रही थी। मंदिर की आयु को लेकर ट्रस्ट संवेदनशील है। ट्रस्ट की मंशा है कि 1000 वर्षों तक मंदिर सुरक्षित रखने के लिहाज से मंदिर के निर्माण में तमाम वैज्ञानिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।