नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा के हाजिन क्षेत्र में आतंकियों की 9 गोली लगने के बाद भी मौत को मात देने वाले सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन चीता अब कोरोना से जंग लड़ रहे है। कीर्ति चक्र से सम्मानित चेतन चीता की कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। चेतन चीता का इलाज हरियाणा के झज्जर एम्स द्वारा संचालित नैशनल कैंसर इंस्टिट्यूट (NCI) में चल रहा है। बताया जा रहा है कि उनके ऑक्सीजन लेवल में उतार-चढ़ाव हो रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, अगले 48 घंटे उनके लिए बेहद अहम है।
एनसीआई में कोविड सर्विस की चेयरपर्सन डॉ. सुषमा भटनागर ने बताया, ‘अगले 48 घंटे नाजुक है। वह फिलहाल वेंटिलेटर पर हैं। ऐंटी वायरल थेरपी के साथ हम सेकंडरी बैक्टीरियल इंफेक्शन के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स दे रहे हैं। उन्हें ब्लड प्रेशर मेनटेन रखने के लिए भी दवा की जरूरत है।’
आपको बता दें कि 14 फरवरी 2017 को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में चेतन चीता 9 गोलियां लगने के बावजूद मौके पर डटे रहे। उन्होंने अपनी टीम के साथ आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनके मंसूबे को नाकाम कर दिया था। 9 गोलियां चेतन चीता के पेट, हाथ, हिप्स, आंख और दिमाग समेत कई अंगों में लगी थीं। वे डेढ़ महीने तक कोमा में रहे थे, जिसके बाद उनको होश आया था। उनका जिंदा बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं है।