नई दिल्ली। सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन चीता (Chetan Cheetah) ने दूसरी बार मौत को मात दे दी है। चेतन चीता ने कोरोना से जंग जीत ली है। कीर्ति चक्र से सम्मानित चेतन चीता करीब दो महीने के बाद कोरोना को हराकर अपने घर पहुंच गए हैं। चेतन चीता का इलाज हरियाणा के झज्जर एम्स द्वारा संचालित नैशनल कैंसर इंस्टिट्यूट (NCI) में चल रहा था।
बता दें कि इससे पहले चेतन चीता की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। उनके ऑक्सीजन लेवल में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा था। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें उपचार के लिए हरियाणा के झज्जर स्थित एम्स अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टर इलाज कर रहे थे।
आपको बता दें कि 14 फरवरी 2017 को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में चेतन चीता 9 गोलियां लगने के बावजूद मौके पर डटे रहे। उन्होंने अपनी टीम के साथ आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनके मंसूबे को नाकाम कर दिया था। 9 गोलियां चेतन चीता के पेट, हाथ, हिप्स, आंख और दिमाग समेत कई अंगों में लगी थीं। वे डेढ़ महीने तक कोमा में रहे थे, जिसके बाद उनको होश आया था। उनका जिंदा बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं है।