नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक पत्रकार की पिटाई का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। बता दें कि इस पिटाई का आरोप कथित रूप से कांग्रेसियों पर है। इसको लेकर राज्य के राज्यपाल को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की गई है। यह पत्र कांकेर के पत्रकारों द्वारा लिखा गया है। बता दें कि पत्रकार की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। जिसमें देखा जा सकता है कि पत्रकार को कुछ लोग बड़ी बेहरमी से पीट रहे हैं। इस मामले पर पत्रकार व विपक्ष सरकार पर हमलावर है तो वहीं सरकार ने इस घटना पर चुप्पी साध ली है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ के पत्रकारों ने विरोध शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि पत्रकार कमल शुक्ला अवैध खनन पर रिपोर्ट कर रहे थे। इसे लेकर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भड़क गए हैं।
वहीं, पत्रकार कमल शुक्ला ने कहा कि पिटाई करने वाले कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक के गुडों ने मुझे और एक पत्रकार को मारने की कोशिश की है। क्योंकि हम अवैध रेत खनन को लेकर स्टोरी कर रहे थे। पुलिस को पूरे मामले की जानकारी है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
जिस स्थानीय कांग्रेसी कार्यकर्ता पर पिटाई का आरोप है, उसका नाम गणेश तिवारी पर है। पिटाई में कमल शुक्ला को सिर में गहरी चोट लगी है। उनकी शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी जल्द होगी। बताया जा रहा है कि पत्रकार ने पहले नगर पालिक की खबर लिखी थी। उसके बाद नाराज कांग्रेसी पार्षदों ने उसकी पिटाई की थी।
Chhattisgarh: Journalists beaten by alleged Congress workers in Kanker. One of the journalists says,’Goons of Congress MLA thrashed me&1 more journalist as we’re doing stories on his involvement in illegal sand mining.Police knew about threats given by them to us but did nothing’ pic.twitter.com/ZKDhLb2FDB
— ANI (@ANI) September 27, 2020
वहीं इस पिटाई के बाद पत्रकारों में आक्रोश है। इसको लेकर पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल को पत्र लिखकर दखल देने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि कांकेर में खबर प्रकाशन से नाराज कांग्रेस के नेताओं ने वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला, जीवानंद हलदर तथा सतीश यादव पर कोतवाली थाना परिसर के सामने जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें कमल शुक्ला व अन्य पत्रकार गंभीर रूप से घायल है।
पत्र में कहा गया है कि, यह घटना पुलिस के सामने हुई लेकिन उनमें से किसी ने भी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को नही रोका। बल्कि थाने के भीतर भी पत्रकारों पर हमला करने की कोशिश की गई। बाहर आते ही कांग्रेसी नेता शादाब खान, गफ्फार मेंमन गणेश तिवारी ने पत्रकार कमल शुक्ला पर हमला बोल दिया। गौरतलब है कि पत्र में राज्यपाल से पत्रकारों पर हुए हमले में कांग्रेसी नेताओं पर कार्रवाई करने की मांग की गई है।