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भारत-चीन विवाद : भारतीय सेना का मनोबल तोड़ने के लिए ड्रैगन ने अपनाया नया पैंतरा, पंजाबी गाने बजा कर ऐसे भड़का रहा

पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन में तनाव (Tension in India-China) जारी है। ऐसे में भारतीय सेना (Indian Army) का मनोबल तोड़ने के लिए अब चीन नया पैंतरा अपना रहा है।

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन में तनाव (Tension in India-China) जारी है। ऐसे में भारतीय सेना (Indian Army) का मनोबल तोड़ने के लिए अब चीन नया पैंतरा अपना रहा है। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन में तनाव जारी है। ऐसे में भारतीय सेना का मनोबल तोड़ने के लिए अब चीन नया पैंतरा अपना रहा है।

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फॉरवर्ड पोस्ट पर चीन ने लगाए लाउडस्पीकर

घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किए जाने और पूर्वी लद्दाख में ऊंचाई वाली जगहों पर भारतीय सेना के फतह से चीन बौखलाया हुआ है। जिसके बाद अब ड्रैगन ने नई चाल के तहत अपने फॉरवर्ड पोस्ट पर लाउडस्पीकर लगाया है। दरअसल, पैंगोंग झील के पास फिंगर 4 पर चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने बड़े-बड़े लाउडस्पीकर लगाए हैं और उसमें पंजाबी गाने बजाने शुरू किए हैं। माना जा रहा है कि चीन की यह चाल भारतीय जवानों के ध्यान को भटकाने के लिए है।

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चीन ने फिंगर 4 पर अपनी जिन फ्रंट चौकियों पर लाउडस्पीकर लगाए हैं, वह भारतीय सेना की 24 घंटे निगरानी में है। सूत्रों की मानें तो ऐसी संभावना जताई जा रही है कि भारतीय जवानों की लगातार निगरानी से परेशान होकर चीनी सैनिकों ने यह ड्रामा उनका ध्यान भटकाने के लिए किया है और लगातार पंजाबी गाने बजा रहे हैं। या फिर प्रेशर रीलीव करने के लिए ऐसा कर रही है।

लाउडस्पीकर के जरिए सेना को भड़काने की कोशिश

अपनी इस नई चाल के मुताबिक चीन इन लाउडस्पीकर के जरिए भारतीय सेना को भड़काने और उनके मनोबल को तोड़ने की कोशिशों में जुटे हैं। कड़ाके की ठंड में इतनी ऊंचाई पर भारतीय जवानों की तैनाती से घबराई चीनी सेना अब नया दांव खेल रही है और भारतीय जवानों को ऊंचाई वाले जगहों पर तैनात किए जाने के भारत सरकार के फैसलों के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रही है। चीनी सेना की यह कोशिश है कि इन लाउडस्पीकर के जरिए भारतीय जवानों को उकसाया जाए, उनके अंदर असंसोथ पैदा किया जाए और कड़ाके की ठंड की याद दिलाकर उन्हें पीछे हटने पर मजबूर किया जाए।

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1962 में भी अपनाई थी यही नीति

बता दें कि चीन 1962 में जिस रणनीति को अपनाया था, अब फिर से उसी पर काम कर रहा है। चीनी सेना के सैन्‍य रणनीतिकार सुन जू ने छठवीं शताब्‍दी ईसा पूर्व में अपनी बहुचर्चित किताब ‘आर्ट ऑफ वॉर’ में लिखा है कि सबसे अच्‍छा युद्ध कौशल वह होता है जो बिना लड़े ही जीत लिया जाए। उन्‍हीं की रणनीति पर काम करते हुए चीनी सेना और कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के मुखपत्र ग्‍लोबल टाइम्‍स लद्दाख में भारतीय सैनिकों के खिलाफ मनोवैज्ञानिक युद्ध छेड़े हुए हैं। पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने ठीक इसी तरह लाउडस्‍पीकर रणनीति का इस्‍तेमाल साल 1962 और 1967 में नाथु ला झड़प के दौरान किया था।