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Gourav Vallabh Resigns From Congress: गौरव वल्लभ ने छोड़ी कांग्रेस, दिशाहीन पार्टी बताकर बोले- सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकता

Gourav Vallabh Resigns From Congress: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को गौरव वल्लभ ने इस्तीफा भेजकर लिखा है कि दिशाहीन कांग्रेस में वो खुद को सहज नहीं पा रहे। गौरव वल्लभ ने ये भी लिखा है कि वो सुबह और शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली भी नहीं दे सकते।

नई दिल्ली। कांग्रेस को एक और झटका लगा है। राहुल गांधी की टीम में अहम सदस्य माने जाने वाले गौरव वल्लभ ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। गौरव वल्लभ ने अपने इस्तीफे का कारण कांग्रेस में सनातन विरोध की स्थिति को बताया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस दिशाहीन है। गौरव वल्लभ को कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में उदयपुर से टिकट दिया था, लेकिन वो हार गए थे।

गौरव वल्लभ का कहना है कि वो सनातन विरोधी नारे नहीं लगा सकते। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को गौरव वल्लभ ने इस्तीफा भेजकर लिखा है कि दिशाहीन कांग्रेस में वो खुद को सहज नहीं पा रहे। गौरव वल्लभ ने ये भी लिखा है कि वो सुबह और शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली भी नहीं दे सकते। कांग्रेस छोड़ने पर खुद को व्यथित बताते हुए गौरव वल्लभ ने कहा है कि काफी कुछ कहना, लिखना और बताना चाहते हैं। फिर भी संस्कारों के कारण चुप हैं। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजे इस्तीफे में लिका है कि अपराध का भागीदार नहीं बनना चाहता और सच को छिपाना भी अपराध है।

गौरव वल्लभ ने अपने इस्तीफे में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर कांग्रेस के रवैये से क्षुब्ध होने की बात भी कही है। कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले नेता के मुताबिक जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हैं। राम मंदिर पर कांग्रेस के रुख ने उनको असहज किया। गौरव वल्लभ ने ये आरोप भी लगाया कि पार्टी और संगठन से जुड़े कई लोग उनको सनातन के खिलाफ बोलने के लिए कहते हैं। गौरव वल्लभ ने ये भी कहा कि पार्टी गलत दिशा में जा रही है। एक तरफ जाति जनगणना की बात होती है, तो दूसरी तरफ पूरे हिंदू समाज के खिलाफ कांग्रेस नजर आ रही है। उन्होंने लिखा है कि जब कांग्रेस में शामिल हुए, तो मानना था कि वहां युवा और बौद्धिक लोगों की कद्र होती है, लेकिन देखा कि कांग्रेस का अभी जो स्वरूप है, उसमें वो युवाओं से खुद का तालमेल नहीं बिठा पाती है।