newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Jaipur: पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी शिवकुमार का निधन, काफी दिनों से थे बीमार

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS से जुड़े रहे शिवकुमार जनसंघ के दिनों से ही अटल बिहारी वाजपेयी के साथ थे। वाजपेयी के अंतिम समय तक वो उनकी सेवा करते रहे थे। बीजेपी के बड़े नेता घनश्याम तिवाड़ी के मुताबिक शिवकुमार को साल 1968 से अटल जी के साथ देखा जा रहा था। वो साए की तरह उनके साथ रहते थे।

जयपुर। पूर्व पीएम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी और निजी सचिव रहे शिवकुमार पारिक का निधन हो गया है। उनका निधन दिल्ली के एम्स में हुआ। शिवकुमार काफी दिनों से बीमार थे। उनकी उम्र 83 साल थी। शिवकुमार का अंतिम संस्कार आज जयपुर के चांदपोल स्थित श्मशान में किया जाएगा। उनका शव शनिवार की शाम को ही दिल्ली से जयपुर ले आया गया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS से जुड़े रहे शिवकुमार जनसंघ के दिनों से ही अटल बिहारी वाजपेयी के साथ थे। वाजपेयी के अंतिम समय तक वो उनकी सेवा करते रहे थे। बीजेपी के बड़े नेता घनश्याम तिवाड़ी के मुताबिक शिवकुमार को साल 1968 से अटल जी के साथ देखा जा रहा था। वो साए की तरह उनके साथ रहते थे।

शिवकुमार पारिक के दो बेटे महेश और दिनेश हैं। लखनऊ से जब अटलजी चुनाव लड़ते थे, तो शिवकुमार ही उनके चुनाव का प्रबंधन देखते थे। लखनऊ में शिवकुमार ही अटलजी के प्रतिनिधि हुआ करते थे और लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुलझाया करते थे। अपनी बड़ी बड़ी घनी मूंछों के कारण पहचान रखने वाले शिवकुमार पारिक काफी विनम्र स्वभाव के थे। सबसे हंसकर बोलना और मुश्किल में पड़े लोगों की मदद के लिए दिन-रात एक कर देना वो अपना सबसे बड़ा कर्तव्य बताते थे।

shivkumar 1

शिवकुमार मूल रूप से जयपुर के रहने वाले थे। वो अटलजी के इतने मुरीद थे, कि उनका गुणगान हमेशा करते थे। शिवकुमार लोगों से कहते थे कि जब अटलजी ने इस्तीफा दिया, तब बिकने वाले भी बहुत थे और खरीदारों की भी कमी नहीं थी। वो कहते थे कि अटलजी ने कभी जोड़-तोड़ में भरोसा नहीं किया।  बीजेपी के तमाम नेताओं ने शिवकुमार पारिक के निधन पर शोक जताया है। शिवकुमार ने अटलजी के पीएम पद छोड़ने के बाद उनकी सेवा तो की, लेकिन खुद को पार्टी से दूर कर लिया था। जबकि, एक दौर था जब शिवकुमार से मिलने के लिए बीजेपी के नेताओं की भीड़ जमा रहती थी।