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Assam: हिमंत सरकार ने 2,479 गैंडों के सींगों को जलाकर ध्वस्त किया सदियों से चले आ रहे मिथक को, जानिए पूरा माजरा

CM Hemant Biswa burns the horns of rhinos: अपने हर फैसले से सियासी गलियारों में जमकर सुर्खियां बटोरने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बार फिर कुछ ऐसा किया है जिसे जानकर सभी चौंक गए हैं। दरअसल, उन्होंने प्रदेश में रखे कोषागरों में 2 हजार 479 गैंडों के सींगों को एक कार्यक्रम के दौरान आग के हवाले कर दिया।

नई दिल्ली। अपने हर फैसले से सियासी गलियारों में जमकर सुर्खियां बटोरने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बार फिर कुछ ऐसा किया है जिसे जानकर सभी चौंक गए हैं। दरअसल, उन्होंने प्रदेश में रखे कोषागरों में 2 हजार 479 गैंडों के सींगों को एक कार्यक्रम के दौरान आग के हवाले कर दिया। उनके द्वारा की गई यह अनोखी पहल अभी खासा चर्चा में है। ऐसा करने के पीछे उनका एकमात्र उद्देश्य यही है कि वे इससे जुड़े सभी मिथकों को स्वाह करना चाहते थे। उन्होंने ऐसा लोगों के बीच में सींगों को लेकर फैले मिथकों को स्वाहा कर पारदर्शिता का संचार करने लिए किया है। वे चाहते हैं कि लोगों के बीच में जो इसे लेकर अर्धज्ञान, अंधविश्वास व मिथक फैला हुआ है, उसका खात्मा किया जा सकें। बता दें कि इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा के अलावा कई राजनीतिक हस्तियों ने शिरकत की थी। इन सभी का एकमात्र उद्देश्य लोगों के बीच मिथकों को स्वाहा करने का था। वर्ल्ड राइनो डे के मौके पर उनके द्वारा किए जा रहे इस पहल की खूब चर्चा हो रही है।

Horns burning

इसके अलावा उन्होंने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में प्राकृतिक संग्रहालय के लिए मंजूरी प्रदान की है। इसमें 94 गैंडों के सींग रखे जाएंगे। जब मुख्यमंत्री ने इस तरह का फैसला किया था, तो प्रदेश के सभी लोग इस बात को जानकर हैरान हो गए कि आखिर उन्होंने ऐसा फैसला क्यों किया है।

लेकिन मुख्यमंत्री ने खुद इस बात को लेकर जारी ऊहापोह की स्थिति पर विराम लगाते हुए कहा कि ऐसा उन्होंने लोगों के बीच फैले अंधविश्वास को खत्म करने के लिए किया है। बता दें कि इन गैंडों को जलाने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा ने कहा कि, ‘हम पूरी दुनिया को यह संदेश देना चाहते हैं कि सींग के साथ जिंदा गेंडा हमारे लिए अनमोल है। न की मृत जानवर जिनके सींग या शिकारियों द्वारा निकाल दिए जाते हैं या सरकारी खजाने में रख दिए जाते हैं।’

rhinos

गौर करने वाली बात यह है कि इस तरह की पहल पहली मर्तबा किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री ने की है। बहरहाल, अभी उनके इस कदम की जमकर चर्चा की जा रही है। बेशक, लोग उनके इस कदम से हतप्रभ हो, लेकिन हर्ष का भाव भी उनके चेहरे पर झलक रहा है।