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Assam: PPE किट सप्लाई में लगे आरोप तो CM हेमंत की पत्नी का ‘प्रोपेगेंडा फैलाने वालों’ को करारा जवाब, कहा- देश को…

Assam: दरअसल, ‘द वायर’ ने अपने प्रकाशित लेख में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा की पत्नी रिंकी भुइयां सरमा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने महामारी के दौरान पीपीटी किट का अनिवार्य अनुबंध प्राप्त करने हेतु अपने पति द्वारा प्रदत्त ‘राजनीतिक शक्ति’ का सहारा लिया और उसकी आड़ में उन्होंने कई गतिविधियों में अनियमितता भी की।

नई दिल्ली। पत्रकारिता का प्राथमिक ध्येय समाज के प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक गतिविधियों से सूचित करना, सचेत करना व शिक्षित करना होता है, किंतु कुछ तथाकथित मीडिया संस्थान अब प्रतिष्ठावान हस्तियों की प्रतिष्ठा को बिना किसी ठोस सबूत के धूमिल करने का बीड़ा उठा चुके हैं। इन्हीं में से एक ‘द वायर’ है, जिसने अभी हाल ही में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुइयां सरमा पर आरोप लगाते हुए एक लेख प्रकाशित किया है, जिसके सार्वजनिक होने के उपरांत मुख्यमंत्री की पत्नी ने ‘द वायर’ द्वारा लगाए गए आरोपों को निर्मूल बताकर करारा जवाब दिया है। आइए, आगे की रिपोर्ट में हम आपको पूरा मसला तफसील से बताते हैं।

जानें पूरा माजरा

दरअसल, ‘द वायर’ ने अपने प्रकाशित लेख में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुइयां सरमा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने महामारी के दौरान पीपीई किट का अनिवार्य अनुबंध प्राप्त करने हेतु अपने पति द्वारा प्रदत्त ‘राजनीतिक शक्ति’ का सहारा लिया और उसकी आड़ में उन्होंने कई गतिविधियों में अनियमितता भी की। वहीं, लेख के सार्वजनिक होने के उपरांत रिंकी सरमा ने ‘द वायर’ द्वारा लगाए गए उक्त आरोपों को ‘दुर्भाग्यपूर्ण प्रोपोगेंडा’, ‘निराधार’ व ‘सत्यरहित’ बताया है। ‘द वायर’ ने अपने लेख के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा की पत्नी पर  आरोप लगाया है कि जब उनके पति प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री थे, तब उन्होंने महामारी के दौरान पीपीई किट की आपातकालिन आपुर्ति अपनी सहूलियों को ध्यान में रखते हुए करवाई थी। ‘द वायर’ के मुताबिक, पीपीई किट का अनुबंध रिंकी सरमा को देने हेतु विधिवत रूप से किसी भी प्रकार की निविदा जारी नहीं की गई थी और मनमाने ढंग से मुख्यमंत्री की पत्नी की कंपनी को यह अनुबंध सौंप दिया गया था।

वहीं, रिंकी भुइयां सरमा ने उक्त संदर्भ में बयान जारी कर कहा कि, ‘उस वक्त देश एक अप्रत्याशित आपदा से जूझ रहा था। लिहाजा मैंने अपने एक परिचित की मदद से असम के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का रुख किया। और उन्हें अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के हिस्से के रूप में पीपीई किट की आपूर्ति करने की पेशकश की। इसके उपरांत एनएचएम ने एक कार्य आदेश जारी किया जिसके बाद उनकी कंपनी ने परियोजना को राष्ट्रीय सेवा में लिया। वहीं, अपने उक्त कथन की पुष्टि करने हेतु रिंकी शर्मा ने प्रशंसा पत्र भी जारी किया, जिसे एनएचएम ने उन्हें अल्पावधि में पीपीई किट तैयार करने हेतु प्रदान किया था।

 एनएचएम ने अपने पत्र में लिखा है कि, ‘स्वास्थ्यकर्मियों के लिए कोरोना के खिलाफ जंग लड़ना थोड़ा लंबा हो गया है’। रिंकी भुइयां सरमा ने आगे कहा कि, ‘व्यापारिक लेन-देन को लेकर उनकी कंपनी हमेशा से ही पारदर्शी रही है, क्योंकि  उन्होंने हमेशा समाज को देने की ही इच्छा रखी है। वहीं, उक्त वेबसाइट पर कटाक्ष करते हुए रिंकी सरमा ने कहा कि “यदि केवल ऐसी प्रचार वेबसाइटें संकट के समय में केवल होंठ सेवा का भुगतान करने से परे काम करती हैं, तो भारत एक बेहतर जगह पर होगा। उन्होंने आगे कहा कि, ‘वह हमेशा मातृभूमि का सम्मान करती हैं और उनकी सेवा में खरी रहती हैं।