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Fodder scam case: लालू को हुई 5 साल की सजा तो उनके पुराने दोस्त नीतीश कुमार ने कहा, “मैंने कुछ नहीं किया है, उन्हीं के साथ के लोगों ने…’

Fodder scam case: वहीं, लालू यादव को 5 साल की सजा मिलने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, ट्रायल हुआ है, सजा हुई है इस बारे में क्या कह सकते है। इसलिए इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है।

नई दिल्ली। रांची स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने डोरंडा ट्रेजरी से 139.5 करोड़ की अवैध निकासी के मामले में सोमवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा सुनाई है। इसके अलावा कोर्ट ने उन पर 60 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। बता दें कि यह चारा घोटाले से जुड़ा पांचवां मुकदमा है, जिसमें अदालत ने उन्हें सजा सुनाई है। लालू यादव की सेहत की स्थिति को देखते हुए उन्हें ऑनलाइन पेश होने की अनुमति दी गयी थी। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाजरत हैं। वे रिम्स के पेइंग वार्ड से ही दोपहर 12 बजे कोर्ट में ऑनलाइन उपस्थित रहे। बीते मंगलवार यानी 15 फरवरी को मामले में सीबीआई कोर्ट ने लालू यादव सहित अन्य को दोषी करार दिया था, जिसके बाद सजा मुकर्रर करने के लिए 21 फरवरी की तारीख तय की थी।

वहीं, लालू यादव को 5 साल की सजा मिलने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, ट्रायल हुआ है, सजा हुई है इस बारे में क्या कह सकते है। इसलिए इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है। आगे सीएम नीतीश कहते है कि हमने नहीं केस किया था, न ही मैंने कुछ नहीं किया है, हम आपको बता रहे है कि कई केस करने वाले आजकल उन्हीं के साथ है, हम तो केस वाले है नहीं। लेकिन किसी के ऊपर कुछ हुआ, सब ट्रायल हुआ, कोर्ट से फैसला हुआ, सबकुछ तो दिख रहा है। उन्होंने साफ लहजे में कहा, हमने तो केस किया है नहीं, केस वाले उन्हीं के साथ हैं। उनके पास अधिकार है कि वह आगे के कोर्ट में अपील करेंगे।

वहीं कोर्ट से सजा का ऐलान होने के बाद लालू प्रसाद ने ट्वीट कर अपनी राय रखी। लालू ने ट्वीट कर लिखा, ”मैं उनसे लड़ता हूँ जो लोगों को आपस में लड़ाते है वो हरा नहीं सकते इसलिए साजिशों से फंसाते है ना डरा ना झुका, सदा लड़ा हूँ, लड़ता ही रहूंगा लड़ाकों का संघर्ष कायरों को ना समझ आया है ना आएगा।” दूसरे ट्वीट में लालू ने लिखा, ”अन्याय असमानता से तानाशाही ज़ुल्मी सत्ता से लड़ा हूँ लड़ता रहूँगा डाल कर आँखों में आँखें सच जिसकी ताक़त है साथ है जिसके जनता उसके हौसले क्या तोड़ेंगी सलाख़ें।”

बता दें कि बहुचर्चित चारा घोटाले के इस पांचवें मामले में रांची के डोरंडा थाने में वर्ष 1996 में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। बाद में सीबीआई ने यह केस टेकओवर कर लिया। मुकदमा संख्या आरसी-47 ए/96 में शुरूआत में कुल 170 लोग आरोपी थे। इनमें से 55 आरोपियों की मौत हो चुकी है, जबकि सात आरोपियों को सीबीआई ने सरकारी गवाह बना लिया। दो आरोपियों ने अदालत का फैसला आने के पहले ही अपना दोष स्वीकार कर लिया। छह आरोपी आज तक फरार हैं।