नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जीत का परचम लहराते हुए दोबारा सत्ता पर काबिज हो गई। इतना ही नहीं भाजपा में 37 साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए लगातार सत्ता में आसीन होने वाली दूसरी पार्टी बन गई है। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने सरकार में वापसी करते हुए कई मिथक को भी तोड़ा। वहीं दूसरे दलों की बात करें, तो अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी चुनाव में 125 सीटें ही जीत सकी। इसके अलावा कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (BSP) का बुरा हाल रहा। कांग्रेस को 02 और बसपा को महज एक ही सीट मिली। इसी बीच चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद बसपा प्रमुख मायावती लगातार बड़े कदम उठा रही है। इसी बीच मंगलवार को मायावती ने यूपी चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद भाजपा और समाजवादी को निशाने पर लिया। साथ ही उन्होंने दोनों पार्टियों पर चुनाव में मिलीभगत का भी आरोप लगा दिया ।
बता दें कि यूपी की 403 विधानसभा सीटों में से केवल एकमात्र सीट पर जीत दर्ज की। बलिया की रसड़ा विधानसभा सीट पर उमाशंकर सिंह ने बसपा के टिकट पर जीत हासिल की है। आइए आपको बताते है कि बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ”यूपी में सपा व भाजपा की अन्दरूनी मिलीभगत जग-जाहिर रही है कि इन्होंने विधान सभा आमचुनाव को भी हिन्दू-मुस्लिम कराकर यहाँ भय व आतंक का माहौल बनाया, जिससे खासकर मुस्लिम समाज गुमराह हुआ व सपा को एकतरफा वोट देने की भारी भूल की, जिसको सुधार कर ही भाजपा को यहां हराना संभव।”
यूपी में सपा व भाजपा की अन्दरूनी मिलीभगत जग-जाहिर रही है कि इन्होंने विधान सभा आमचुनाव को भी हिन्दू-मुस्लिम कराकर यहाँ भय व आतंक का माहौल बनाया, जिससे खासकर मुस्लिम समाज गुमराह हुआ व सपा को एकतरफा वोट देने की भारी भूल की, जिसको सुधार कर ही भाजपा को यहाँ हराना संभव।
— Mayawati (@Mayawati) March 29, 2022
बता दें कि 25 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इसके अलावा 52 मंत्रियों ने शपथ ली। वहीं यूपी में सरकार गठन होने के बाद सोमवार को योगी कैबिनेट के मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया।