नई दिल्ली। महाराष्ट्र में हाईवोल्टेज सियासी ड्रामे के बाद अब एकनाथ शिंदे जहां सीएम की कुर्सी पर विराजमान हो चुके हैं। तो वहीं उद्धव सत्ता गंवा चुके हैं। लेकिन, महाराष्ट्र में सियासी ड्रामा खत्म होने के बाद शिवसेना पर अपनी बादशाहत कायम करने को लेकर जंग शुरू हो चुकी है। जहां तरफ शिंदे गुट अपने आपको असली शिवसेना बता रहा है, तो वहीं उद्धव कह रहे हैं कि उनसे कोई भी शिवसेना नहीं छीन सकता है, लेकिन ऐसे में सवाल यह है कि आखिर असली शिवसैनिक कौन है? क्या अब इस पूरे मामले में चुनाव आयोग को दखल देना होगा। वहीं, इसे लेकर आज राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ प्रेस कांफ्रेंस किया। आइए, आपको आगे विस्तार से बताते हैं कि उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान किन-किन मुद्दों पर अपनी राय रखी।
क्या आप चुनाव आयोग जाएंगे?
दरअसल, एकनाथ शिंदे से यह सवाल किया गया था कि जिस तरह से शिवसेना पर अपना मालिकाना हक जताने की जंग शुरू हो चुकी है। जहां एक तरफ आपकी तरफ से खुद को असली शिवसैनिक बताया जा रहा है, तो वहीं उद्धव गुट खुद को असली शिवसैनिक बता रहे हैं, तो क्या ऐसी स्थिति में आप चुनाव आयोग का रूख करेंगे। इस पर शिंदे ने कहा कि यह तो फिलहाल कह पाना मुश्किल है कि हम चुनाव आयोग का रूख करेंगे कि नहीं। बहरहाल, फिलहाल तो कोई ऐसी स्थिति नजर नहीं आती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त में हमारे पास बहुमत है। लिहाजा हमें चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। बीते दिनों इस संदर्भ में उद्धव ठाकरे से वार्ता हुई थी, लेकिन वे बिल्कुल भी समझने को तैयार नहीं हैं।
हमने उन्हें समझाने की कोशिश की थी कि आपका पक्ष कमजोर है। आपके पास विधायक नहीं हैं। लिहाजा, हमारे पाले में आ जाएं। लेकिन, वे अपनी हठ छोड़ने को बिल्कुल भी तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पक्ष में 164 विधायक हैं, जबकि विपक्ष के पास महज 99 विधायक ही हैं। शिंदे ने कहा कि मैंने विगत दिनों बीजेपी संग मिलकर सरकार बनाई थी। मैंने इसमें कुछ गलत नहीं किया था। मैंने वही किया था, जो महाराष्ट्र की जनता चाहती थी। लेकिन, कुछ लोग महज राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए निर्मूल मुद्दों को तूल देते हैं, लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से महाराष्ट्र को पूरी मदद मुहैया कराई जाएगी।
उद्धव ठाकरे पर जमकर बरसे शिंदे
इस दौरान शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर भी जमकर हमला बोला। शिंदे ने बाला साहबठाकरे का जिक्र कर कहा कि उन्होंने कभी-भी किसी भी गैर-कानून गतिविधियों का साथ नहीं दिया था और ना ही अन्याय के खिलाफ मौन धारण किया था, लेकिन उद्धव ठाकरे ने किया है। जहां तक मैंने उनको जाना है, उन्होंने कभी-भी मुखर होकर अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद नहीं की थी, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि महाराष्ट्र में जनहित के स्वर बुलंद हो रहे थे।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे जल्द ही मुंबई पहुंचकर मंत्रिमंडल विस्तार की दिशा में कदम बढ़ाएंगे। बता दें कि महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद अभी तक मंत्रिमंडल की रूपरेखा तय नहीं हो पाई है। इस दिशा में जल्द ही शिंदे कदम बढ़ाने वाले हैं। बहरहाल, अब आगामी दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति क्या रुख अख्तियार करने वाली है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम