नई दिल्ली। यूपी में सीएए और एनआरसी को लेकर पिछले दिनों जो हिंसक प्रदर्शन उसके बाद से अब धीरे-धीरे राज्य में हालात सामान्य हो रहे हैं। देशभर में सीएए और एनआरसी को जोड़कर देखने और इसके खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों को रोकने के लिए आज भाजपा की तरफ से भी जगह-जगह पार्टी के नेताओं के द्वारा लोगों के बीच जाकर उनको इस बारे में समझाने का काम किया जा रहा है। साथ ही अपील भी की जा रही है कि वह किसी भी तरह के बहकावे में ना आएं और ना ही भ्रमित करने वाली किसी भी खबर का हिस्सा बनें।
इसी को ध्यान में रखते हुए आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंचे थे। जहां वह पहले गोरखनाथ पीठ गए और वहां से पैदल ही वह चौधरी कैफुलवरा से मिलने के लिए निकल पड़े। सीएम योगी रास्ते में मिलने वाले लोगों से भी बातचीत करते रहे और उन्हें सीएए को लेकर बताते रहे कि यह बाहर से आए लोगों को नागरिकता देने का कानून है इस कानून से भारत में रह रहे किसी भी भारतीय की नागरिकता छिनने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधे मठ से निकलकर चौधरी कैफुलवरा के पास पहुंचे और उनसे मुलाकात की साथ ही उन्होंने CAA पर एक पुस्तक भी उन्हें भेंट की और सीएए के बारे में चौधरी परिवार को जानकारी दी। चौधरी परिवार की तरफ से कश्मीर से मंगवाए गए मेवों से उनका स्वागत किया गया।
गोरखनाथ मंदिर के ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ के जमाने से मंदिर के साथ चौधरी परिवार का काफी गहरा संबंध रहा है। चौधरी हाउस के मुखिया कैफुलवरा की मानें तो ब्रह्मलीन गुरु दिग्विजय नाथ और उनके दादा चौधरी सआदत हुसैन के प्रगाढ़ संबंध थे।
न्यूजरूम पोस्ट की टीम ने जब चौधरी कैफुलवार से सीएम योगी आदित्यनाथ से मुालाकात के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि उनके संबंध हमेशा से गोरखनाथ मंदिर परिवार के साथ प्रगाढ़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस मुलाकात में उन्होंने गोरखपुर के रेती और नाखाश क्षेत्र में हुए सीएए और एनआरसी के प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई की बात की। इसके साथ ही क्षेत्र के बुनकरों की समस्या से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया। उन्होंने आगे कहा कि इसके साथ ही उनसे यह भी कहा कि आप प्रदेश के विकास के लिए तो काम कर ही रहे हैं गोरखपुर के विकास पर भी ज्यादा ध्यान दिया जाए।
चौधरी कैफुलवार ने आगे कहा कि मैंने सीएम योगी से यह भी कहा कि हम और देश में रहनेवाले सभी लोग संविधान को मानने वाले हैं ऐसे में सरकार की तरफ से जो कानून बनाए गए हैं वह कहीं ना कहीं जनहित में लिया गया पैसला ही होगा। ऐसे में इसे मानने से कोई भी इनकार नहीं करेगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि योगी आदित्यनाथ ने सीएए को लेकर उन्हें एक किताब भी दी और कहा कि इसे पढ़िए जिससे पता चलेगा कि यह बाहर से आए लोगों को नागरिकता देने का कानून है इस कानून से भारत में रह रहे किसी भी भारतीय की नागरिकता छिनने का कोई सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात काफी सार्थक रही और इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सीएम जब भी गोरखपुर आते हैं तब-तब उनकी मुलाकात उनसे होती है।