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…जब बाल गोपाल को गोद में लेकर गर्भगृह से निकले सीएम योगी आदित्यनाथ

बता दें कि इस बार कोविड के संक्रमण के चलते इस बार गोरक्षनाथ मंदिर में लोगों का प्रवेश वर्जित रहा। मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों के अलावा कुछ ही लोगों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति थी।

नई दिल्ली। देश भर में आज कृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। इस खास मौके पर गोरखपुर के गोरक्षनाथ मंदिर में पीठाधीश्वर और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में जन्माष्टमी का पर्व भक्ति और उल्लास के साथ मनाया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरु गोरक्षनाथ के मंदिर के गर्भगृह में वैदिक मंत्रोचार के बीच रात ठीक 12 बजे श्रीकृष्ण का जन्म कराया। मंगल ध्वनि के बीच गर्भ गृह का दरवाजा जब खोला गया तो गोरक्षपीठाधीश्वर अपनी गोद में नन्हे श्रीकृष्ण को लेकर बाहर आए।

CM Yogi Adityanath

इसके बाद सीएम योगी ने झूले में लिटाकर श्रद्धाभाव से बाल गोपाल को झुलाया और मंत्रमुग्ध होकर देखते रहे। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की पूजा गोरक्षनाथ मंदिर में रात 11.30 बजे से शुरू हो गई। मठ से निकलकर सीएम योगी आदित्यनाथ सीधे श्रीनाथ जी के मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे और वहां पर भगवान के जन्म तक रहे। इसके बाद प्रसाद आदि का वितरण हुआ।

CM Yogi Adityanath

कोरोना के कारण आम जनता को प्रवेश नहीं

बता दें कि इस बार कोविड के संक्रमण के चलते इस बार गोरक्षनाथ मंदिर में लोगों का प्रवेश वर्जित रहा। मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों के अलावा कुछ ही लोगों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति थी। हर साल आयोजित होने वाले कार्यक्रम इस बार रद्द कर दिए गए। हर साल छोटे-छोटे बच्चे राधा-कृष्ण के वेश में मंदिर में मौजूद रहते थे, वो भी इस बार नहीं थे।

Shri Krishna Janmashtami

वहीं मथुरा के नंदगांव के नंद भवन मंदिर में मनाई जाने वाली कृष्ण जन्माष्टमी के पुजारी और ‘सेवादारों’ ने भी मंगलवार रात को पूजा अर्चना की। नंद भवन मंदिर के एक पुजारी ने कहा, हमारी परंपरा के अनुसार, जन्माष्टमी नंदगांव में रक्षाबंधन के 8 दिन बाद मनाई जाती है। विदेशी भक्तों ने बुधवार को वृंदावन के चैतन्य विहार में श्री राधे कुंज आश्रम में जन्माष्टमी की सजावट और सजावट में मदद की। नोएडा सेक्टर 33 के इस्कॉन मंदिर में भी समारोह शुरू हुआ। यहां भी कोरोनावायरस की वजह से मंदिर में भक्तों को प्रवेश की अनुमति नही है।