लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वांचल के विकास में माफिया बाधक थे। उस माफिया संस्कृति को सरकार तबाह करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस का अप्रैल में प्रधानमंत्री के हाथों उद्घाटन किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्वांचल एक्सप्रेस का निरीक्षण करने निकले हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अब विकास के नाम पर जाना जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनने में यूपी के यूथ अपनी प्रतिभा और ऊर्जा का उपयोग कर सकेगें। इस एक्सप्रेस-वे से ढेरों रोजगार उत्पन्न होंगे। लोगों को नौकरियों के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। बल्कि बाहर के लोगों को भी यहीं रोजगार मिल सकेगा। यहां पर मफियाओं के लिए कोई जगह नहीं है। सरकार पूरी मजबूती के साथ विकास कार्यों को आगे बढ़ा रही है। साथ-साथ पूर्वांचल के विकास में बाधक बने माफिया संस्कृति को पूरी तरह तबाह करने के लिए सरकार काम कर रही है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश को जल्दी ही ऐसा बना रहे हैं कि यहां पर लोग रोजगार ढूंढने आएंगे। मेरा मानना है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे जैसे बनेगा यहां पर रोजगार की ढेर सारी संभावनाएं आगे बढ़ेंगी। हमारे यहां के युवाओं को रोजगार के लिए अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा बल्कि रोजगार के लिए जिसको आना होगा यहां उत्तर प्रदेश में आएगा। हमारी सरकार विकास के हर कार्य को लेकर लगातार तत्पर है। हर जगह पर यह सरकार सकारात्मक भाव की तैयारी से चल रही है। आजमगढ़ व गाजीपुर को अब जल्दी ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से जोड़ा जाएगा। सिक्सलेन निर्माण से रोजगार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
पूर्वांचल में विकास को रफ्तार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की सत्ता पर काबिज होने के बाद लखनऊ से आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक सिक्स लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू करवाया था। इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 340.824 किमी है। इसे भविष्य में आठ लेन का किया जा सकता है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते #UPCM श्री @myogiadityanath जी… pic.twitter.com/e2LLPzx5uA
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) February 8, 2021
इस परियोजना से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर लाभान्वित होंगे। लखनऊ से बिहार सीमा तक जाने वाले इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का चलना शुरू होने के साथ ही पूर्वाचल के लोगों का बड़ा सपना पूरा हो जाएगा।
गौरतलब है कि वर्षों से उत्तर प्रदेश में समानांतर सत्ता चला रहे माफियाओं को उखाड़ फेंकने के लिए सबसे बड़ा अभियान चला रखा है। चार साल पहले तक दहशत का पर्याय बने मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, विजय मिश्रा,अनिल दुजाना और सुंदर भाटी सरीखे 40 से ज्यादा माफियाओं की 1000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति योगी सरकार जब्त कर चुकी है।
माफियाओं और उनके गुर्गों के अवैध मकानों पर सरकार का बुलडोजर लगातार चल रहा है। राज्य सरकार ने करीब 800 गैंगस्टर के मुकदमे माफियाओं और उनके गुर्गों के खिलाफ दर्ज किए हैं। इनमें सबसे ज्यादा मुकदमें कभी कानून को दरकिनार कर पूर्वांचल में एकछत्र राज करने वाले मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के खिलाफ दर्ज हैं।