लखनऊ। मंगलवार, 8 दिसंबर को पूरे देश में किसान संगठनों द्वारा भारत बंद बुलाया गया है। हालांकि कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर किसानों और सरकार के बीच अभी तक 5 राउंड बातचीत हो चुकी है, लेकिन बैठक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। अब सबकी निगाहें 9 दिसंबर को सरकार के साथ होने वाली किसानों की बातचीत पर टिकी है। ऐसे में एक दिन पहले ही 8 दिसंबर को किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया है, जिसे देश के 24 राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन दिया है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में भारत बंद के दौरान कोई भी अनहोनी ना हो पाए, ऐसे में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रहे, इसके लिए शासन स्तर से सख्त निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि भारत बंद के एक दिन पहले सात दिसंबर को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को बरकरार रखने की बात कही।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, “किसी भी दशा में कानून और शांति व्यवस्था से समझौता न किया जाए।” साफ है कि योगी सरकार विरोध करने की आजादी तो देगी लेकिन विरोध और भारत बंद के नाम पर राज्य में अराजकता फैलाने वालों से सख्ती से निपटेगी। विरोध के नाम पर उपद्रव का तांडव मचाने के लिए योगी सरकार ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है और कानून व्यवस्था लागू कायम रखने के लिए कोई छूट नहीं देगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में भारत बंद को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके तहत योगी सरकार द्वारा लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पास कृषि कानूनों को लेकर पंजाब के किसान दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। उनकी मांग है कि सरकार अपने तीनों कानूनों को वापस ले। ऐसे में सरकार और किसानों के बीच पांच दौर की वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन ये बातचीत बेनतीजा रही। अब अगली बैठक 9 दिसंबर को होगी।
यूपी में भारत बंद के दौरान कानून व्यवस्था सख्त होने पर लोगों ने किए कुछ इस तरह से कमेंट..
जब सुअर, बंदर,भैंस,भालू, लोमड़ी, गधे
सब बिना लड़े एक घाट पर पानी पी रहें हो तो,निश्चय ही दूसरे घाट पर शेर है#भारत_बंद_नही_होगा
— रेखा चौबे ®️?? (@_TiwariRekha) December 7, 2020
आपने इतना बोल दिया लोग अपने आप समझ गए होंगे.? ओर जिनको वर्किंग स्टाइल देखना है वह शांति के साथ समझौता करके देख लो.?#जो_भारत_बंद_कराएगा_वो_कुटा_जाएगा #BharatBandhNahiHoga #JaiHind
पवन पुत्र हनुमान की जय ??— Jeet (@jeet647) December 8, 2020
माननीय मुख्यमंत्री जी का समर्थन करता हूं मैं एक किसान पुत्र हूं मध्य प्रदेश राजगढ़ से मुझे इस कानून से कोई भी परेशानी नहीं है यह कानून लागू होना चाहिए यहां वापस किसी भी दशा में नहीं होना चाहिए अगर सरकार यह वापस लेती है तो यह लोग एनआरसी सीए का विरोध करेंगे और धरना प्रदर्शन
— कुंवर राम राजपूत (@dIz3XCPYZ0bEhdl) December 8, 2020
व्यवस्था तो चरमरा ही गई हे,क्योंकि पिछले १०-१२ दिनो से दिल्ली और उससे जुड़े सभी राज्यों का सम्पर्क एवं ट्रांसपोर्ट बंद हे, और दिल्ली के मुखमंत्रिऔर आप पार्टी शाहीनबाग़ की तर्ज़ पर किसानो को खाना खिला रहे हे।उनको न तो दिल्ली वालों कि चिन्ता हे कि आम नागरिकों कि हालत ख़राब हे।?
— Ashok S. Puntambekar (@ashokp09) December 7, 2020
बाबा जी, आज बस टेलीविजन पर तेल में सराबोर पुलिस के लठ बजते देखना चाहता हूं, हमारे खेतों में काम चल रहा है, और गांव में जो हरामखोर हैं वो सड़कों पर आने की बात कर रहे हैं।
उत्तरप्रदेश के नाम पर कलंक नहीं लगना चाहिये, फिर चाहें कोई भी हो।— sharmaji (@kksharma25) December 8, 2020
मैं अपील करता हूँ कल हम सभी लोग दफ्तर खोले,दुकाने खोले औऱ गोदाम जरूर खोले,कल तो काम पर जरूर जाइए 70 सालो से भारत बंद था अब भारत बंद नही होगा।।
हम साइलेंट मेजोरिटी अपने संविधानिक अधिकारों का अपहरण किसी को नही करने दे।।— Santosh Pandey (@Pandey01Santosh) December 7, 2020