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Punjab Election: स्टार प्रचारकों की लिस्ट पर कांग्रेस में घमासान, मनीष तिवारी ने कहा ‘इनके कहने पर तो इनकी पत्नी भी वोट नहीं देगी’

Manish Tiwari: खैर, अब इसी बीच उन्होंने क्या कहकर पार्टी में घमासान जैसी स्थिति पैदा कर दी है। यही जानना चाहते हैं  न आप, तो आपको बताते चलें कि उन्होंने मीडिया से मुखातिब होने के दौरान अपनी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि स्टार प्रचारकों की सूची में ऐसे नामों को शामिल किया गया , जिन्हें देखते हुए अगर मेरी पत्नी भी मुझे वोट करने के लिए कहेगी तो मैं नहीं करूंगा।

नई दिल्ली। पंजाब की चुनावी सरगर्मियों क बीच कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में कई मसलों को लेकर ऐसा बहुत कुछ कह दिया है जिसे ध्यान में रखते हुए माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पार्टी में बवाल की स्थिति पैदा हो सकती है। चलिए, हम आपको इसके बारे में ज्यादा कुछ बताए, लेकिन उससे पहले आपको यह बताए चलते हैं कि बीते दिनों कांग्रेस की तरफ से आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रचारकों की लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें शायद किसी कारणवश मनीष तिवारी का नाम शामिल नहीं था। गौर करने वाली बात यह है कि मनीष तिवारी जी-23 के नेताओं की फेहरिस्त में शुमार हैं, जो किसी न किसी मसले को लेकर जहां केंद्र की मोदी सरकार के प्रति नरम रूख अख्तियार करने के लिए जाने जाते हैं, तो वहीं अपनी ही पार्टी के खिलाफ खुलकर बोलने के लिए भी सुर्खियों के सैलाब में सराबोर रहते हैं।

Manish-Tiwari

खैर, अब इसी बीच उन्होंने क्या कहकर पार्टी में घमासान जैसी स्थिति पैदा कर दी है। यही जानना चाहते हैं न आप, तो आपको बताते चलें कि उन्होंने मीडिया से मुखातिब होने के दौरान अपनी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि स्टार प्रचारकों की सूची में ऐसे नामों को शामिल किया गया , जिन्हें देखते हुए अगर मेरी पत्नी भी मुझे वोट करने के लिए कहेगी तो मैं नहीं करूंगा। इस बीच जहां खुद का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल न होने को लेकर मनीष तिवारी के चेहरे पर नाराजगी की तस्वीर साफ झलक रही थी, तो वहीं दूसरी तरफ  जब उनसे पूछा गया कि क्या कैप्टन अमरिंदर सिंह से नजदीकियों की वजह से आपका नाम पार्टी प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं किया गया, तो इस पर उन्होंने कहा कि देखिए यहां आपको एक बात समझने की जरूरत है कि मेरे कैप्टन के साथ ताल्लुकात महज सियासी ही नहीं, बल्कि पारिवारिक भी हैं। इस बीच उन्होंने यह भी कहा कि दरअसल, कुछ लोगों मुझसे यह उम्मीद कर रहे थे कि मैं भी उनकी तरह कैप्टन को गाली दूं, तो मैं उनसे साफ कह देना चाहता हूं कि यह मेरा किरदार नहीं है। इस बीच उन्होंने साल 2020 में कांग्रेस आलाकमान को लिखे गए पत्र को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि देखिए उस वक्त जो खत लिखा गया था, वो पार्टी की सुधार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिखा गया था।

इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि इसमें कोई दोमत नहीं है कि वर्तमान में पार्टी की सियासी स्थिति को दुरूस्त करने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने खुद का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल न होने को लेकर कहा कि देखिए बतौर स्टार प्रचारक किसको शामिल करना है और किसे नहीं, यह पार्टी आलाकमान की जिम्मेदारी होती है, हमारी नहीं। इस बीच उन्होंने तंजिया लहजे में कहा कि प्रचारकों की सूची में ऐसे नाम भी शामिल हैं, जिनके कहने पर उनकी पत्नियां भी वोट नहीं देती है। बता दें कि मनीष तिवारी का यह बयान अभी खासा सुर्खियों में है। उनके इस बयान ने सियासी गलियारों के आलम को गुलजार करके रख दिया है। साथ ही आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उनका यह बयान खासा मायने माना जा रहा है। आगामी 20 फरवरी से पंजाब में विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं और वर्तमान में सभी सियासी दलों के सियासी सूरमा आगामी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। अब ऐसे में कितनी सफलता मिल पाती है। यह तो फिलहाल आगामी 10 मार्च यानी की नतीजों के दिन ही साफ हो पाएगी। फिलहाल तो सभी सियासी  दलों के सियासी सूरमा चुनाव प्रचार में इस कदर मशगूल है कि एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के वाण छोड़े जा रहे हैं।