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Big Jolt: कांग्रेस छोड़ सपा में आए इमरान मसूद को अखिलेश ने दिया झटका, न घर और न ही घाट का छोड़ा

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद इमरान और मसूद उत्साहित होकर पत्रकारों से बात करते दिखे थे, लेकिन तीन दिन में ही उनका उत्साह अखिलेश यादव से मिले झटके से खत्म हो गया। वजह है चुनावी टिकट। न तो इमरान को ही टिकट मिला है और न मसूद अख्तर को।

लखनऊ। कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी यानी सपा में आए इमरान मसूद और उनके समर्थक विधायक मसूद अख्तर फिलहाल न घर और न घाट के वाली हालत में हैं। दोनों नेता 12 जनवरी को कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हुए थे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद इमरान और मसूद उत्साहित होकर पत्रकारों से बात करते दिखे थे, लेकिन तीन दिन में ही उनका उत्साह अखिलेश यादव से मिले झटके से खत्म हो गया। वजह है चुनावी टिकट। अखिलेश ने अपने सहयोगी आरएलडी के साथ अब तक 36 टिकट फाइनल कर दिए हैं, लेकिन न तो इमरान को ही टिकट मिला है और न मसूद को। उल्टे इमरान मसूद सहारनपुर की जिस नकुड़ सीट से चुनाव लड़ते थे, वहां से अखिलेश ने बीजेपी छोड़कर आए पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी को उम्मीदवार बनाने का एलान कर दिया है।

इमरान मसूद को साल 2017 में नकुड़ सीट पर धर्म सिंह सैनी ने बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर हराया था। इमरान के बारे में बताया जा रहा है कि वो बेहट सीट से लड़ना चाहते थे, लेकिन सपा ने सहारनपुर देहात से आशु मलिक और बेहट से उमर अली को टिकट देने का मन बनाया है। अब इमरान मसूद इससे परेशान हैं और सूत्रों के मुताबिक वो बीएसपी सुप्रीमो मायावती से संपर्क कर रहे हैं। इमरान मसूद का पश्चिमी यूपी में काफी वर्चस्व माना जाता है, लेकिन अखिलेश यादव की सपा में आना फिलहाल उन्हें भारी पड़ता दिख रहा है।

dharam singh

इमरान मसूद भले ही खुद 2017 का विधानसभा चुनाव हार गए थे, लेकिन अपने प्रभाव से सहारनपुर देहात और बेहट सीटों पर कांग्रेस को जीत दिलाई थी। वहीं, जिन धर्म सिंह सैनी की वजह से इमरान का टिकट फंसा है, वो नकुड़ सीट से 4 बार विधायक रह चुके हैं। बीते गुरुवार को उन्होंने योगी सरकार में आयुष राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इमरान मसूद 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के टुकड़े टुकड़े करने का बयान दिया था। इस बार सपा में आने पर बीजेपी ने इसे लेकर अखिलेश पर तंज भी कसा था।