नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है। अमित शाह ने न्यूज एजेंसी एएनआई से खास बातचीत में आरोप लगाया कि बैन किए गए इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कैडर पर कई मामले पहले थे। इन मामलों को कांग्रेस की सरकारों ने खत्म करने की कोशिश की, लेकिन कोर्ट के कारण नहीं कर सके। अमित शाह ने कहा कि हमने पीएफआई को सफलता से बैन किया। उन्होंने कहा कि पीएफआई कट्टरता और धर्मांधता बढ़ाने का काम कर रहा था। अमित शाह के मुताबिक पीएफआई आतंकवाद की सामग्री तैयार करने के काम में जुटा था। उन्होंने ये दावा भी किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कोई पार्टी टक्कर नहीं दे सकेगी। उन्होंने कहा कि देश पीएम नरेंद्र मोदी के साथ आगे बढ़ रहा है।
#WATCH | I believe that there is no competition in the 2024 elections, the country is wholeheartedly moving forward with PM Modi: Union Home Minister Amit Shah in an interview to ANI#AmitShahtoANI pic.twitter.com/3JLJ5qJGw5
— ANI (@ANI) February 14, 2023
अपने इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि बिहार और झारखंड में नक्सलवाद करीब करीब खत्म हो चुका है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में भी नक्सली हिंसा कुछ समय में खत्म होगी और वहां भी शांति की बहाली होगी। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के मामले में अमित शाह ने कहा कि आंकड़ों के हिसाब से वहां अभी सबसे अच्छी स्थिति है। बीजेपी शासित राज्यों में शहरों के नाम बदलने के बारे में सवाल पर अमित शाह ने कहा कि ये फैसले सोच समझकर लिए गए हैं। हर सरकार का ये अधिकार है। उन्होंने कहा कि जिन शहरों के नाम बदले गए हैं, उनके पुराने नाम वही थे जो आज किए गए हैं।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah elaborates on why the tribal community will vote for BJP#AmitShahtoANI pic.twitter.com/07qvdS7uPU
— ANI (@ANI) February 14, 2023
अमित शाह ने दावा किया कि त्रिपुरा में एक बार फिर पूर्ण बहुमत से बीजेपी की सरकार बनेगी और कांग्रेस-वामदलों का गठबंधन हारेगा। शाह ने कहा कि हमने त्रिपुरा में पिछली बार ‘चलो पालटाई’ का नारा दिया था। हमने वहां हालात को बदला है। हिंसा को खत्म किया है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों का विकास किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर और भारत के अन्य हिस्सों के बीच मन की दूरी को खत्म किया। अमित शाह ने कहा कि अन्य राज्यों से जब लोग पूर्वोत्तर राज्यों के दौरे पर जाते हैं, तो वहां भी उनका सम्मान होता है। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए जो काम पीएम मोदी ने किया, उसका लाभ जनजातियों को भी मिला है। उनके हाथ में अब हथियार नहीं हैं। वे कल्याण और शांति से जी रहे हैं।