नई दिल्ली। एक तरफ जहां केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी हैं। किसानों के प्रदर्शन को आज 8 महीने पूरे हो चुके हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस समेत कई सियासी पार्टियां इस मुद्दे पर राजनीति करने में लगी हुई हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी आज कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। इसी बीच सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे। इस दौरान राहुल गांधी के साथ ट्रैक्टर पर पंजाब कांग्रेस के कई नेता भी बैठे हुए थे। ट्रैक्टर पर एक पोस्टर भी लगाया गया जिसमें लिखा हुआ है, किसान विरोधी तीनों कृषि कानून वापिस लो- वापिस लो।
इस बीच ट्रैक्टर चलाने के इस कार्यक्रम के दौरान ही कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला और बीवी श्रीनिवास को हिरासत में ले लिया है। वहीं मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा, केंद्र सरकार को नए कृषि क़ानूनों को वापस लेना पड़ेगा। ये क़ानून 2-3 बड़े उद्योगपतियों के लिए हैं। ये किसानों के फायदे के लिए नहीं हैं। ये काले क़ानून हैं। मैं किसानों के संदेश को पार्लियामेंट तक लेकर आया हूं।
केंद्र सरकार को नए कृषि क़ानूनों को वापस लेना पड़ेगा। ये क़ानून 2-3 बड़े उद्योगपतियों के लिए हैं। ये किसानों के फायदे के लिए नहीं हैं। ये काले क़ानून हैं। मैं किसानों के संदेश को पार्लियामेंट तक लेकर आया हूं: कांग्रेस नेता राहुल गांधी https://t.co/rcrOZ0fL71 pic.twitter.com/Qc8hgTOej9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 26, 2021
लोगों ने लगाई राहुल गांधी की क्लास
किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे राहुल गांधी को एक बार फिर सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर सबक सिखाया। एक यूजर ने राहुल गांधी की खिचाई करते हुए लिखा, अगर बैलगाड़ी लेकर जाते तो पेट्रोल और डीजल की बढ़ोतरी का विरोध भी हो जाता।
But still this is best image so far pic.twitter.com/TdUIL4lW8L
— JK MODIfied ????️? (@MoDiLeher) July 26, 2021
@dtptraffic please confirm if he has a valid tractor driving license
— Kartik Virmani (@virmanikartik) July 26, 2021
बता दें कि नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान संसद लगाई जा रही है। जिसमें 200 किसान हर रोज़ जंतर-मंतर पर संसद करेंगे, जो कि संसद के मॉनसून सत्र तक जारी रहेगी।