नई दिल्ली। एक तो पहले से ही देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस अपने सियासी वजूद को महफूज रखने की जद्दोजहद में मसरूफ है। जैसे तैसे तो इस पार्टी के कर्ता धर्ता आने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए अपनी स्थिति को दुरूस्त करने की कोशिश में लगे हुए हैं। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की सक्रियता और मोदी सरकार के हर मसले को लेकर राहुल गांधी की बेबाकी ये बताने के लिए पर्याप्त है कि पार्टी अपनी लचर हो चुकी स्थिति को लेकर कितनी सजग है। ऐसे में पार्टी खुद को संभालने और संवारने की कोशिश लगी ही रहती है, लेकिन अब कांग्रेस के खुद के नेता ही पार्टी की मुश्किलें बढ़ाने पर आमादा हो चुके हैं। पहले सलमान खुर्शीद की अयोध्या पर आई किताब में हिंदुओं की आतंकियों से तुलना फिर राशिद अल्वी द्वारा जय श्री राम के नारे लगाने वालों को निशाचर कहने के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी की किताब ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है।
उनकी किताब के बारे में तो आप बस इतना समझ लीजिए उन्होंने अपने ही हाथों से कांग्रेस की रही सही कसर, जो बीजेपी नेताओं द्वारा छूट गई थी, उसे उन्होंने पूरा कर दिया है। उन्होंने खुद ही पार्टी की पूरी पोल पट्टी खोलकर रख दी है। जिससे आप यूं समझ लीजिए कि आने वाले चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी के हाथ बड़ा मौका लग गया है। अब ऐसी स्थिति में बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ ऐसा मोर्चा खोल दिया है कि कांग्रेसियों की हालत खराब हो चुकी है। हम आपको बताएंगे कि कैसे मनीष तिवारी की किताब को लेकर बीजेपी कांग्रेस को घेर रही है, लेकिन उससे पहले यह जान लेते हैं कि आखिर तिवारी ने अपनी किताब में कांग्रेस के कौन से राज को बेपर्दा किया है। जिसे लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है।
आखिर मनीष तिवारी ने अपने किताब में ऐसा क्या लिख दिया…?
सबसे पहले तो आप यह जान लीजिए कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी द्वारा लिखित इस किताब का नाम 10 Flash Points, 20 Years है। इस पुस्तक में उन्होंने संप्रग कार्यकाल के दौरान भारत की सुरक्षा व्यवस्था का जिक्र किया है। इसके साथ ही उन्होंने मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान कैसे हमेशा सुरक्षा के मोर्चे पर पाकिस्तान का पलड़ा भारत से भारी रहा। इसका जिक्र किया गया है। इसके अलावा उन्होंने मोदी सरकार को सुरक्षा के मोर्चे पर कांग्रेस की तुलना में बेहतर बताया है। कांग्रेस नेता ने अपने उक्त किताब में 2008 में मुंबई हमले के दौरान मनमोहन सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने को लेकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि उस दौरान कांग्रेस को शब्दों का कम इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई पर जोर देना चाहिए था। लेकिन सरकार द्वारा ऐसा कुछ भी नहीं किया।
कांग्रेस नेता ने अपनी पुस्तक में लिखा कि 26/11 की कार्रवाई के दौरान भी सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की थी। ऐसा करके सरकार की तरफ से पाकिस्तान के समक्ष भारत को कमजोर दिखाने की कोशिश की गई। मनीष तिवारी ने 26/11 हमले की तुलना अमेरिका के 9/11 हमले से करते हुए कहा कि उस वक्त भारत को अमेरिका की तरह पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन अफसोस ऐसा नहीं किया गया। इसके अलावा मनीष तिवारी ने कन्हैया की कांग्रेस में एंट्री और पंजाब में चल रही राजनीतिक अस्थितरता को लेकर भी सवाल उठाए। वहीं कांग्रेस नेता कहा कि बहुत जल्द ही मेरी दूसरी किताब भी बाजार में आने वाली है, जिसमें भारत द्वारा 20 वर्षों के दौरान सुरक्षात्मक चुनौतियों का उल्लेख किया गया है।
बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ खोला मोर्चा
बहरहाल, मनीष तिवारी द्वारा इस तरह से पार्टी की पोल पट्टी खोल देने से बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हमेशा से ही हर मसले को लेकर कांग्रेस पर हमलावर रहने वाले बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने तो बकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस की जमकर क्लास लगा दी है। उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि, मनीष तिबारी द्वारा लिखी गई किताब में कुछ भी गलत नहीं है। यह कांग्रेस की विफलताओं का कुबूलनामा है।
राष्ट्र सुरक्षा जैसे मुद्दे पर भारत की अखंडता की भी उन्हें चिंता नहीं थी।
हर भारतीय ये बात कहता था, भाजपा भी यही बात कह रही थी।
आज कांग्रेस शासन में मंत्री रहे मनीष तिवारी जी ने स्वीकारा है कि उनकी सरकार ने राष्ट्र सुरक्षा को दांव पर लगा दिया था।
– श्री @gauravbh
— BJP (@BJP4India) November 23, 2021
उन्होंने कहा कि इससे जाहिर होता है कि कांग्रेस की सरकार निकम्मी और निठल्ली थी। उन्हें देश की सुरक्षा स्थिति के बारे में भी कोई चिंता नहीं थी। हर भारतीय यही कह रहा है। बीजेपी भी यह बात कहती आ रही है। आज तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने इसे स्वीकार भी कर लिया है। इसके अलावा उन्होंने राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अब सवाल यह है कि ये दोनों ही नेता कब अपनी चुप्पी तोड़ने जा रहे हैं।
Media briefing by Shri @gauravbh at party headquarters in New Delhi.
https://t.co/EqEgOoTnFf— BJP (@BJP4India) November 23, 2021
हमारी वीर सेना पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी से अनुमति मांग रही थी कि हम पाकिस्तान को सबक सिखाएंगे।
लेकिन सोनिया गांधी जी ऐसा क्यों हुआ कि हमारी वीर सेना को ये अनुमति क्यों नहीं दी गई?
– श्री @gauravbh
— BJP (@BJP4India) November 23, 2021
सोनिया गांधी जी से हमारा यह सवाल है कि उनकी सरकार के कार्यकाल में सेना को क्यों नहीं खुली छूट दी गई थी। हमारे वीर सैनिक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अनुमति मांग रही थी कि उन्हें पाकिस्तान को करारा सबक सिखाने की इजाजत दी जाए, लेकिन सोनिया गांधी की तरफ से यह इजाजत कभी नहीं दी गई। इसके अलावा बीजेपी प्रवक्ता ने मनीष तिवारी के इस बायन पर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, मनीष तिवारी ने 26/11 के बाद यूपीए सरकार की कमजोरी की ठीक ही आलोचना की है।
कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी क्या आज अपनी चुप्पी तोड़ेंगे?
सोनिया गांधी जी हमारा प्रश्न है कि भारत की वीर सेना को उस समय अनुमति और खुली छूट क्यों नहीं दी गयी?
– श्री @gauravbh
— BJP (@BJP4India) November 23, 2021
उन्होंने लिखा कि एयर चीफ मार्शल फली मेजर ने भी कहा था कि इस हमले के बाद वायुसेना कार्रवाई करना चाहती थी, लेकिन यूपीए सरकार ने ऐसा नहीं करने दिया। इसके अलावा वहीं भाजपा नेता नवीन कुमार जिंदल ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कू एप पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता मनीष तिवारी भी गुलामी की जंजीरों को तोड़ कर खुली हवा में सांस लेना चाहते हैं। गौरतलब है कि मनीष तिवारी की इस किताब ने बीजेपी को कांग्रेस को घेरने के लिए बड़ा अवसर दे दिया है। वो भी ऐसी स्थिति में जब उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में चुनावी बिगुल बजने जा रहा है। ऐसी स्थिति में अब आगे चलकर कांग्रेस की क्या स्थिति रहती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।