नई दिल्ली। सत्ता में न रहकर ये अपनी हदों को पार करने से गुरेज नहीं करते हैं, तो जरा कल्पना कीजिए कि अगर खुदा-न-खास्ता कभी जनता की इनायत के नतीजतन ये सत्ता के शिखर पर विराजमान हो गए तब क्या करेंगे। हम इस संदर्भ में ज्यादा कुछ कहेंगे नहीं, बस अभी जो माजरा हम आपको बताने जा रहे हैं, उससे वाकिफ होने के बाद आप अपने जेहन में उस खौफजदा मंजर का तसस्वुर खुद ही कर लीजिएगा, तो चलिए पहले पूरे मसले को तफसील से समझते हैं। इसके बाद इस पर करेंगे विवेचना।
कांग्रेस MLA के बेटे पर दुष्कर्म का आरोप, लेकिन मौन कांग्रेसी
…तो साल था 2020 और महीना था दिसंबर का… इसी बीच मध्य प्रदेश के उज्जैन के बाडनगर विधानसभा से कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण मोरवाल की मुलाकात एक महिला कांग्रेस कार्यकर्ता से हुई, जो करण मोरवाल के विधायक पिता मुरली मोरवाल के दफ्तर में काम करती थी। इस तरह दोनों का परिचय हुआ। यह मुलाकात अभी तक पेशेगत ही थी, लेकिन विधायक बेटे के जेहन में उस पहली मुलाकात के बाद से ही नापाक इरादे घर करने लगे थे, लिहाजा उसने धीरे-धीरे अपने इन नापाक इरादों को अंजाम देने के लिए युवती से मधुर बातें करते हुए उससे नजदीकियां बढ़ानी शुरू कर दी। लेकिन, वो अपने मधुर बाते के जरिए अपने नापाक इरादों को अंजाम देने की फिराक में था। युवती का आरोप है कि करण अपने इन्हीं नापाक इरादों को अंजाम देने के लिए उसे 14 फरवरी 2021 को एक होटल में ले गया, जहां उसे करण ने नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। जब युवती को इस बात का एहसास हुआ कि उसके साथ कुछ गलत किया गया है, तो करण ने उसे समझाते हुए कहा कि वो युवती से शादी करेगा। इस तरह करण ने उस युवती को शादी का झांसा देकर उससे आगे भी दुष्कर्म करता रहा, लेकिन जब बाद में युवती ने उससे शादी करने को कहा, तो करण मुकर गया।
#MadhyaPradesh: Karan Morwal, Congress MLA’s son who is accused of rape, has reportedly been traced to Nepal.
Take a look at these reactions.
Govind with analysis. pic.twitter.com/mWN3YBqVI4
— TIMES NOW (@TimesNow) October 19, 2021
उसने युवती से शादी करने से इनकार कर दिया, जिससे युवती को एहसास हुआ उसके साथ छलावा हुआ है। इस पर युवती ने विधायक के बेटे करण को विधिक कार्रवाई करने की धमकी दी तो करण ने उसे जान से मारने की धमकी दे दी, लेकिन युवती ने अपनी जान की परवाह किए बगैर करण के खिलाफ इंदौर थाने में धारा 376 के तहत दुष्कर्म के आरोप में अप्रैल माह में केस दर्ज करवाया। इससे पहले की पुलिस इस पूरे मामले की कार्रवाई करती, करण फरार हो गया। अब इतने माह बीते जाने के बाद भी अभी तक पुलिस उसकी तलाश नहीं कर पाई है। उधर, बीते दिनों करण मोरवाल की तरफ से कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका भी दाखिल की गई थी, लेकिन युवती ने कोर्ट से आग्रह किया कि आरोपी रसूखदार है और दुष्कर्म जैसे गंभीर धाराओं में उसके खिलाफ केस दर्ज हुआ है। अगर ऐसी स्थिति में उसे अग्रिम जमानत दी जाती है, तो आरोपी गवाहों और सुबूतों को प्रभावित कर सकता है, लिहाजा कोर्ट ने युवती की दलीलों पर विचार करते हुए करण की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। वहीं, कोर्ट ने करण को भगौड़ा घोषित करने के साथ उसकी तमाम संपत्तियों को कुर्क करने की भी बात कही थी। बीते दिनों पुलिस को आरोपी करण के नेपाल भाग जाने की जानकारी प्राप्त हुई थी, लेकिन अभी तक की हुई तलाश में आरोपी का कोई पता नहीं चल पाया है। बीते 6 माह से युवती पुलिस स्टेशन के चक्कर लगा रही है, लेकिन उसकी झोली में सिर्फ आश्वासन ही आया है।
पीड़िता को मिल रही है जान की मारने की धमकी
वहीं, पीड़िता को लगातार आरोपी पक्ष के तरफ से जान से मारने की धमकी भी मिल रही है। पीड़िता पर केस वापस लेने के दबाव बनाया जा रहा है। उसे धमकी में कहा जा रहा है कि उसकी इस हरकत से कांग्रेस पार्टी का नाम बदनाम हो रहा है। पीड़िता को धमकी देने के कई वीडियो वायरल हो चुके हैं। उधर, आरोपी करण मोरवाल विधायक पिता इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। आरोपी के पिता का यही कहना है कि उनके बेटे को युवती झूठे आरोप में फंसा रही है।
इंसाफ की गुहार लगा रही है युवती
हालांकि, 27 वर्षीय युवती अपनी तरफ से भरसक प्रयास करते हुए इन रसूखदार लोगों से लड़कर इंसाफ की गुहार लगा रही है, लेकिन विधायक और इनका बेटा लगातार अपने रसूख का बेजा इस्तेमाल करते हुए पीड़िता को धमकाने की कोशिश में लगा हुआ है, लेकिन पीड़िता ने अभी तक हारी नहीं मानी है। पीड़िता का साफ कहना है कि वो इंसाफ पाने के लिए आखिरी दम तक लड़ती रहेगी। पीड़िता ने कहा आरोपी इससे पहले भी कई युवतियों को अपनी हवश का शिकार बना चुका है। मैं इसे सख्त से सख्ता सजा दिलाकर रहूंगी।
पार्टी आलाकमान से लगाई गुहार
इसके अलावा पीड़िता ने राहुल गांधी समेत शीर्ष नेताओं से इंसाफ की गुहार लगाई है। पीड़िता ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में कहा कि राहुल गांधी महिलाओं का सम्मान करते हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि न्याय मिलेगा। लेकिन अभी तक इस पूरे मामले में सभी कांग्रेसी नेता बयान देने से बच रहे हैं। किसी भी कांग्रेसी नेता ने सामने आकर विधायक के आरोपी बेटे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात नहीं कही है। यह वही कांग्रेस नेता हैं, जिन्होंने लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए मोर्चा खोल दिया था।
इसके साथ ही ये लोग यह भी आरोप लगा रहे थे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा फरार हो चुका है, लेकिन अब जब खुद के कांग्रेस विधायक के बेटे फरार हैं ,तो सभी के सभी चुप्पी साधे हुए हैं, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि ये लोग दोमुंही सियासत करते हैं और इसी के सहारे अपनी राजनीतिक बिसात बिछाने की जुगत में जुटे हैं, लेकिन जनता सब समझती है और पूरी उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इन्हें इनके कृत्यों का माकूल जवाब मिलेगा। फिलहाल, अब आगे राहुल गांधी समेत कांग्रेस के आला नेता पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए क्या कुछ करते हैं। यह देखना होगा।