
मुंबई। बगावत कर बीजेपी के साथ जाने वाले भतीजे अजित पवार से मुलाकात के कारण एनसीपी नेता शरद पवार एक बार फिर कांग्रेस का निशाना बने हैं। अजित पवार और शरद पवार के बीच 4 बार मीटिंग हो चुकी है। इसी वजह से एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी के साथ महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस टेंशन में है। महाराष्ट्र में कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने पार्टी की चिंता की बात भी मंगलवार को कही। नाना पटोले ने शरद और अजित पवार के बीच लगातार हो रही मुलाकातों पर कहा कि कांग्रेस को दोनों एनसीपी नेताओं की गुप्त बैठक मंजूर नहीं है।

नाना पटोले ने कहा कि इस मसले पर कांग्रेस के बड़े नेता चर्चा करेंगे। विपक्षी दलों के गठबंधन मे भी अजित और शरद पवार की मुलाकातों के बारे में चर्चा होगी। नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस ने तो बीजेपी का विरोध करने के इच्छुक हर दल और नेता से हाथ मिलाने का फैसला किया। उन्होंने फिलहाल इन कयासों को गलत बताया कि कांग्रेस अब शरद पवार को साथ लिए बिना ही लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में सोच रही है। नाना पटोले से पहले महाराष्ट्र कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने भी शरद पवार और अजित के बीच बैठक पर सवाल उठाए थे। तब अशोक चव्हाण ने कहा था कि शरद पवार को स्थिति साफ करनी चाहिए।
नाना पटोले और कांग्रेस के नेता जहां शरद पवार से अपनी स्थिति साफ करने की मांग कर रहे हैं। वहीं, शरद पवार लगातार कह रहे हैं कि वो बीजेपी के साथ कतई नहीं जाएंगे। अपने संसदीय क्षेत्र बारामती में भी शरद पवार ने मंगलवार को ये बात कही। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने अलग राह चुनी। जब उनको हालात का पता चलेगा, तो वो रुख बदल सकते हैं। शरद पवार ने कहा कि हम अपने रास्ते से नहीं हटेंगे। शरद पवार ने ये भी कहा कि उन्होंने वोटरों से अपील की है कि महाराष्ट्र में किसी के लिए भी वोट कीजिए। जिसका लंबे समय तक विरोध किया, उनको वोट देने के बारे में नहीं कह सकते।