रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जेएमएम, कांग्रेस, आरजेडी और सीपीआई-एमएल के महागठबंधन ने जीत हासिल की है। महागठबंधन की सरकार 26 नवंबर को शपथ ले सकती है। जानकारी के मुताबिक महागठबंधन के विधायकों की बैठक के बाद आज शाम जेएमएम प्रमुख और सीएम हेमंत सोरेन गवर्नर से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इसके साथ ही ये खबर भी आई है कि कांग्रेस चाहती है कि हेमंत सोरेन अपनी नई सरकार में उसके कोटे से 4 मंत्री बनाएं। झारखंड विधानसभा में 81 सीटें हैं। इनमें से जेएमएम ने 34 जीती हैं। जबकि, कांग्रेस के 16, आरजेडी के 4 और सीपीआई-एमएल के 2 विधायक चुने गए हैं।
हेमंत सोरेन के शपथग्रहण में कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, टीएमसी की तरफ से ममता बनर्जी, आरजेडी के तेजस्वी यादव और वामदलों की तरफ से दीपांकर भट्टाचार्य शामिल हो सकते हैं। लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड के ही विधानसभा चुनाव हुए हैं और इनमें से इंडी गठबंधन सिर्फ झारखंड का चुनाव ही जीत सका है। जबकि, अगले साल झारखंड के पड़ोसी राज्य बिहार और दिल्ली की विधानसभाओं का भी चुनाव है। ऐसे में रांची पहुंचकर इंडी गठबंधन के नेता ये दिखाने की कोशिश करेंगे कि भले ही बीजेपी और एनडीए से उनको दो बड़े झटके लगे हों, लेकिन अब भी एकजुटता बनी हुई है।
झारखंड में बीजेपी ने हेमंत सोरेन और महागठबंधन के खिलाफ माहौल बनाया था। बीजेपी ने मुख्य रूप से बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर झारखंड का विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे आशा के अनुरूप सफलता नहीं मिली। यहां तक कि संथाल परगना में भी बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। झारखंड के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 21 सीटें जीतीं। वहीं, सहयोगी आजसू, जेडीयू और एलजेपी को 1-1 सीट हासिल हुई। इस बार चूंकि महागठबंधन मजबूत होकर झारखंड की सत्ता में लौटा है। ऐसे में बीजेपी को उसे हटाने के लिए अब 2029 के विधानसभा चुनाव का इंतजार करना होगा।