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Coronavirus: देश में कोरोना की Positivity Rate 2% से कम, लेकिन कई राज्यों ने बढ़ा दी चिंता, 60% सक्रिय मामले महाराष्ट्र और केरल से

Coronavirus: स्वास्थ्य मंत्रालय के सयुंक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि रिप्रोडक्टिव रेट भी ज्यादा है। यानी पहले एक मरीज अगर किसी एक व्यक्ति को संक्रमित कर रहा था, तो अब एक मरीज ज्यादा लोगों को संक्रमित कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से कहा है कि वे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।

नई दिल्ली। पूरे देश में देखें तो कोरोना वायरस की पॉजिटिविटी रेट तीन महीने बाद 2 फीसदी से कम हुई है, लेकिन असली चिंता केरल और महाराष्ट्र को लेकर है। साथ ही पूर्वोत्तर के कई जिलों ने भी चिंता बढ़ा रखी है। देश के 18 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी या ज्यादा है। हिमाचल के एक जिले में भी पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी है। नीति आयोग के स्वास्थ्य संबंधी सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि केरल और महाराष्ट्र से नए कोरोना केस के 60 फीसदी मामले आ रहे हैं। इसे लेकर चिंता जताई गई है। केरल में गंभीर हालात को देखते हुए एक केंद्रीय टीम भी वहां भेजी गई है। सिर्फ केरल से ही कुल नए मरीजों में से 49 फीसदी आ रहे हैं। जबकि, 18 जिलों से 45.5 फीसदी के करीब नए कोरोना मरीज मिल रहे हैं। डॉ. वीके पॉल ने बताया कि 222 जिलों में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं। पूरे देश की बात करें, तो फिलहाल 4.04 लाख एक्टिव मरीज हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सयुंक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि रिप्रोडक्टिव रेट भी ज्यादा है। यानी पहले एक मरीज अगर किसी एक व्यक्ति को संक्रमित कर रहा था, तो अब एक मरीज ज्यादा लोगों को संक्रमित कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से कहा है कि वे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। साथ ही राज्यों से ट्रैकिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट लगातार करते रहने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार जुलाई के महीने में मई के मुकाबले ज्यादा टीकाकरण हुआ है। जुलाई में 51 करोड़ वैक्सीन की डोज देने का लक्ष्य रखा गया था। इस लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है। 7 राज्यों को 3 करोड़ से ज्यादा डोज दी गई है। वहीं, 13 करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले 13.45 करोड़ वैक्सीन की डोज लगाई गई है।

Lov Agarwal
मंत्रालय के अनुसार आगे के लक्ष्य भी सरकार हर हाल में हासिल कर लेगी। डॉ. पॉल ने बताया कि कोरोना का डेल्टा वैरिएंट देश में फैला हुआ है। ऐसे में हर व्यक्ति को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। यानी मास्क लगाना चाहिए। सोशल डिस्टेंसिंग करनी चाहिए और साथ ही सैनेटाइजेशन पर भी ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने सभी से वैक्सीन की डोज लेने की अपील की है।

Coronavirus

डॉ. पॉल और स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि विदेशी वैक्सीन निर्माता कंपनियों से बातचीत चल रही है। उन्होंने बताया कि इस बारे में उम्मीद है कि जल्दी ही फैसला हो जाएगा। सीरो सर्वे के नतीजों में देश के कई हिस्सों में 70 फीसदी से ज्यादा के कोरोना पॉजिटिव होकर ठीक होने के बारे में सवाल पूछने पर लव अग्रवाल ने कहा कि सीरो सर्वे से भविष्य का अंदाजा लगाना ठीक नहीं होगा। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर के तौर पर प्रकृति चुनौती सामने ला सकती है, लेकिन हमें देखना होगा कि लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें और वैक्सीनेशन का काम जारी रहे। उन्होंने कहा कि इस चुनौती से लड़ना ही हमारी प्राथमिकता है।