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कोरोना : महिंदा एंड महिंद्रा ने महज 48 घंटे में बनाया वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप, 10 लाख की चीज 7500 रुपये से भी कम में

महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर वेंटिलेटर बनाने के लिए सोशल मीडिया ट्विटर पर एक संदेश लिखा था। ग्रुप चेयरमैन द्वारा संदेश को ट्विटर पर डालने के महज 48 घंटे के भीतर वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर दिया गया।

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के चलते पंगु हुई अर्थव्यवस्था के बीच महिंद्रा एंड महिंद्रा ने महज 48 घंटे में वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर दिया है। दरअसल इस महामारी में सबसे ज्यादा जरूरत किसी चीज की है तो वो है वेंटिलेटर की। इसी को देखते हुए महिंद्रा एंड महिंद्रा की तरफ से बनाया गया वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप काफी कारगर साबित होगा।

Anand Mahindra

आपको बता दें कि महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर वेंटिलेटर बनाने के लिए सोशल मीडिया ट्विटर पर एक संदेश लिखा था। ग्रुप चेयरमैन द्वारा संदेश को ट्विटर पर डालने के महज 48 घंटे के भीतर वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार कर दिया गया। टीमों का कहना है कि वेंटिलेटर काम कैसे काम करता है, इसके बारे में यह इंटरनेट पर बहुत सारे रिसर्च करने के कारण यह संभव हुआ है।

टीमों द्वारा किए गए कामों की ताजा जानकारी देते हुए आनंद महिंद्रा ने एक वीडियो भी ट्वीट किया है।

विशेषज्ञ और अधिक रिसर्च के फीडबैक के आधार पर टीमें अब 3 और प्रोटोटाइप पर काम करेंगी। ये नए वेंटिलेटर प्रोटोटाइप कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की मदद करेंगे। प्रोटोटाइप हल्के और अधिक कॉम्पैक्ट हैं और टीमों का लक्ष्य है कि वो 2 से 3 दिनों के भीतर इस काम को पूरा लेगी। महत्वपूर्ण बात यह है कि आनंद महिंद्रा ने यह भी कहा कि ये जीवन रक्षक उपकरण जिनकी लागत 5-10 लाख रुपये के बीच होती है, एक बार बनाने के बाद ये केवल 7,500 रुपये से कम में मिलेंगी।

mahindra and mahindra team

महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक डॉ. पवन गोयनका ने भी इसको लेकर ट्वीट में यह भी खुलासा किया है कि समूह दो बड़े सार्वजनिक उपक्रमों और मौजूदा वेंटिलेटर निर्माता के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि उन्हें डिजाइन को आसान बनाने और क्षमता बढ़ाने में मदद मिल सके और महिंद्रा की इंजीनियरिंग टीम भी उनके साथ इस काम में जुटी हुई है।

डॉ. गोयनका ने ट्विटर पर यह भी साझा किया कि कंपनी Bag Valve Mask (बैग वाल्व मास्क) वेंटिलेटर के एक ऑटोमैटिक वर्जन पर भी काम कर रही है जिसे आमतौर पर अम्बु बैग के रूप में जाना जाता है। कंपनी उम्मीद कर रही है कि अगले 3 दिनों में आवश्यक मंजूरी के लिए इसका एक प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा।