नई दिल्ली। लॉक डाउन के दौर में कई मजदूर दिल्ली से अपने गावों की ओर पैदल ही निकल गए थे। इन्हीं में से एक परिवार की महिला को प्रसव वेदना हुई। ये परिवार दिल्ली से चलकर रामपुर पहुंचा था। प्रशासन ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया। इस बच्चे का नाम ‘कोविड’ रखा गया।
दिल्ली से लौटने पर रामपुर प्रशासन ने इस महिला हरकला और उसके पति जीवन को राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कालेज में पहुंचा दिया। यहां क्वारनटीन सेंटर बनाया गया है। इसी क्वारनटीन सेंटर में रहते हुए ही हरकला की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। क्वारनटीन सेंटर पर तैनात कर्मचारियों ने हरकला को तत्काल जिला महिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसने एक बालक को जन्म दिया।
इस बालक का नाम कोविड अस्पताल के कर्मचारियों ने ही रखा। प्रशासन इस परिवार का पूरा ध्यान रख रहा है। प्रसव के बाद महिला और नवजात की देखभाल के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दरअसल कोरोना वायरस के कारण देश में 21 दिन के लिए लॉकडाउन लागू है।
इस कारण कंपनियों के साथ ही होटल, रेस्टोरेंट सब बंद हैं। सो मेहनत-मजदूरी कर अपना पेट पालने वाले मजदूर बड़ी संख्या में दिल्ली से पैदल ही अपने गांव, अपने घर के लिए रवाना हो गए थे।