नई दिल्ली। कोरोना को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर रहमान बर्क ने एक अजीबोगरीब दावा किया है। उन्होंने कहा है कि अगर कोरोना से निजात पानी है तो सरकार को मस्जिदों में नमाज की इजाजत देनी चाहिए।
डॉ. बर्क का दावा है कि मस्जिद में नमाज पढऩे से कोरोनावायरस भाग जाएगा।
समाजवादी पार्टी के सांसद ने केंद्र सरकार को सलाह भी दे डाली। उन्होंने कहा कि अगर देश से कोरोना भगाना है कि मुस्लिम लोगों को मस्जिदों से नमाज अदा करने की इजाजत देनी होगी। दुनिया जिस वक्त कोरोना का टीका ढूंढने में लगी है, सपा सांसद की ये सलाह चर्चा का विषय बनी हुई है।
बर्क ने कहा कि अल्लाह हमें माफ करें। हम दुआ करेंगे कि हम उसी के बंदे हैं। मजहब अलग है, लेकिन इंसान तो सब हैं। अपील है कि यदि हम दुआ करेंगें। मस्जिद में दुआ करेंगे। ईदगाह खुली होगी तो तभी संभव है। दुनिया परेशान है। गरीब मर रहा है। भुखमरी है। यदि अल्लाह हमें माफ करे तो बीमारी भी भग जाएगी। उम्मीद है कि दिल से अपनी खताओं की दुआ मांगेंगे तो वह सबको माफ कर देंगे। मुल्क का एक-एक आदमी महफूज हो जाएगा। यह बेहतरीन मौका है दुआ करने का।
सपा सांसद डॉ. शफीकुर रहमान बर्क ने कोरोना को भगाने में कुर्बानी की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि बकरीद त्योहार मुसलमानों का मुकद्दस त्योहार है। इसमें कुर्बानी की जाती है। अल्लाह को सबसे ज्यादा पसंद कुर्बानी है। मुसलमान इस त्योहार पर मिलकर नमाज पढ़ते हैं। यह लंबे समय से चला आ रहा है। घरों में तो अकेले पढ़ सकते हैं लेकिन बकरीद में ऐसा नहीं है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि बाजार नही खुलेंगे तो जानवर कैसे बिकेंगे और फिर कुर्बानी कैसे होगी।