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Bihar :बागी तेवर के बाद तेज प्रताप का नया ट्वीट मचा सकता है बवाल, लिखा- ‘हे अर्जुन! मन अशांत है और इसे नियंत्रित करना…’

Tej Pratap Yadav New Tweet: एक दिन पहले तेज प्रताप के एक ट्वीट से लगा था कि वो बाकी चीजों को छोड़कर बस कर्म पर ध्यान देना चाहते हैं। उन्होंने लिखा था कि- ‘फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही अपने जीवन को सफल बनाता है।’

नई दिल्ली। बिहार की प्रमुख पार्टी राष्ट्रीय जनता दल(RJD) में इन दिनों लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बता दें कि आए दिन तेज प्रताप यादव के बयान पार्टी और खुद लालू परिवार के लिए मुश्किलें खड़ी करते रहते हैं। बता दें कि इससे पहले कई बार मंच से तेज प्रताप यादव ने खुद को कृष्ण और तेजस्वी यादव को अर्जुन बताया है। ऐसे में 3 सितंबर को तेज प्रताप यादव ने ट्वीट में कुछ ऐसा लिखा कि, जिससे आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लालू परिवार में सबकुछ ठीक नहीं है। बता दें कि तेज प्रताप यादव ने अपने ट्वीट में एक फोटो शेयर की है, जिसमें कृष्ण और अर्जुन बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं। इस फोटो के कैप्शन में तेज प्रताप यादव ने भागवद् गीता का एक उपदेश लिखा है कि, “हे अर्जुन ! मन अशांत है और इसे नियंत्रित करना कठिन है, लेकिन अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता है।”

Tej Pratap Yadav

बता दें कि इस ट्वीट को लेकर लोगों का कहना है कि तेज प्रताप के मन में कुछ चल रहा है जो पार्टी और परिवार के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। लोगों का कहना है कि तेज प्रताप यादव की पार्टी में जो स्थिति है, उसको लेकर वो कई दिनों से परेशान चल रहे हैं। इसी के चलते वो अपनी स्थिति को इशारों में शेयर कर रहे हैं।

बता दें कि तेज प्रताप के ट्वीट को देखकर ऐसा लग रहा है कि लालू के लाल ने कुछ ऐसी बात कही है, जिससे सवाल उठने लगे हैं कि आखिर उनके मन में चल क्या रहा है? बता दें कि इस ट्वीट को सीधे तौर पर तेजस्वी यादव से जोड़ा जा रहा है। खुद को कृष्ण और तेजस्वी यादव को अर्जुन कहने वाले तेजप्रताप ने अपने ट्वीट में भी अर्जुन कहकर संबोधित किया है। जिससे ऐसा लग रहा है कि, तेज प्रताप यादव अपने छोटे भाई तेजस्वी को कोई इशारों में संदेश देना चाहते हैं।

tejashwi yadav and tej pratap yadav

वहीं एक दिन पहले तेज प्रताप के एक ट्वीट से लगा था कि वो बाकी चीजों को छोड़कर बस कर्म पर ध्यान देना चाहते हैं। उन्होंने लिखा था कि- ‘फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही अपने जीवन को सफल बनाता है।’ वहीं इस बीच कहा ये भी जा रहा कि दिल्ली में तेज प्रताप ने अपने पिता लालू यादव से भी मुलाकात की थी। इसी मुलाकात के दौरान पिता ने शायद उनको कुछ समझाया, और उसी के बाद इस तरह के तेवर तेज प्रताप के दिखाई दे रहे हैं।