नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस (Coronavirus) के दैनिक मामलों में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिली है। देश में पिछले 24 घंटों में 43,654 कोरोना के नए मामले सामने आए है जबकि इस दौरान 640 लोगों ने अपनी जान गवाई है। एक तरफ जहां पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर में कमी देखने को मिल रही है, तो वहीं दूसरी ओर बकरीद के मौके पर बाजारों को खोलने का केरल सरकार (Kerala Govt) का फैसला पूरे देश को भारी पड़ रहा है। दरअसल केरल में कोरोना के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। बता दें कि कोरोना के सबसे ज्यादा मामले केरल में दर्ज किए गए है। बीते 24 घंटे में केरल में 22 हजार से ज्यादा मामले सामने आए है, जबकि 156 मरीजों की मौत हुई है।
बता दें कि केरल एकलौता राज्य जहां पिछले 50 दिन में पहली बार 20 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि एक तरफ जहां केंद्र की मोदी सरकार कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है, जिसके सकारात्मक नतीजे भी देखने को मिले हैं। मगर उसके उलट केरल की पिनराई विजयन सरकार कोरोना को काबू करने में विफल साबित हो रही है। इतना ही नहीं बकरीद के मौके पर केरल के सीएम पिनराई विजयन ने तीन दिन 18, 19 और 20 जुलाई को सारी दुकानें खुलवा दी थीं। जिसका खामियाजा अब पूरे देश को भुगतना पड़ सकता है। इतना ही नहीं अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि कहीं राज्य में तीसरी लहर का आगाज तो नहीं हो गया है।
बता दें कि केरल में त्योहार पर दी गई छूट कोविड के नए केस की बाढ़ लेकर आई है। केरल में बकरीद के बाद से हर रोज कोरोना के करीब 18 हजार नए केस देखे जा रहे हैं। केरल में वामपंथी पार्टियों की सरकार है और मुसलमानों की तादाद करीब 27 फीसदी है। इनके तुष्टिकरण के लिए विजयन सरकार ने बकरीद पर खरीदारी की छूट दे दी थी। जिसके बाद कोरोना से ये हालत हुई है कि केरल नए और एक्टिव मरीजों के मामले में टॉप पर बना हुआ है।