newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Delhi Assembly Election 2025 Dates Announced: दिल्ली में एक चरण में होंगे विधानसभा चुनाव, 5 फरवरी को होगी वोटिंग, 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे परिणाम

Delhi Assembly Election 2025 Dates Announced: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि भारतीय मतदाता अत्यंत जागरूक हैं। उन्होंने बताया कि चुनावी प्रक्रिया से जुड़े कई पहलुओं पर चर्चाएं होती रहती हैं, विशेष रूप से मतदाता सूची को लेकर। उन्होंने कहा कि लगभग 70 चरणों की प्रक्रिया होती है, जिसमें राजनीतिक दल और उम्मीदवार हमारे साथ जुड़े रहते हैं। जो भी दावे और आपत्तियां सामने आती हैं, उन्हें सभी राजनीतिक दलों के साथ साझा किया जाता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बिना फॉर्म 7 के किसी भी मतदाता का नाम सूची से हटाया नहीं जा सकता।

नई दिल्ली। दिल्ली में फरवरी 2025 में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। दिल्ली विधानसभा में 70 सीट हैं। 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी ने जबरदस्त बहुमत के साथ दिल्ली विधानसभा का चुनाव जीता था। दिल्ली विधानसभा के इन चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस को जोरदार झटका लगा था। इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी, बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी, एआईएमआईएम और अन्य पार्टियां हिस्सा लेंगी। वैसे मुख्य तौर पर सभी सीटों पर आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं।

5 फरवरी को चुनाव, 8 फरवरी को घोषित होंगे परिणाम

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी कि दिल्ली विधानसभा चुनाव आगामी 5 फरवरी को एक ही चरण में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और मतदान प्रक्रिया को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग मतदाताओं की सुविधा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।

 

कितनी है दिल्ली में मतदाताओं की संख्या 

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दिल्ली में मतदाताओं की संख्या से संबंधित जानकारी साझा की। उनके अनुसार, दिल्ली में कुल मतदाताओं की संख्या 1.55 करोड़ है। इनमें से कुल पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.89 लाख है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 71.74 लाख है। इसके अतिरिक्त, मतदान प्रक्रिया को सुगम और प्रभावी बनाने के लिए कुल 13,033 पोलिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं। यह आंकड़े राजधानी में मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी को दर्शाते हैं और आगामी चुनावों में उनकी भूमिका को रेखांकित करते हैं।

 

बिना फॉर्म 7 के किसी भी मतदाता का नाम सूची से हटाया नहीं जा सकता

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि भारतीय मतदाता अत्यंत जागरूक हैं। उन्होंने बताया कि चुनावी प्रक्रिया से जुड़े कई पहलुओं पर चर्चाएं होती रहती हैं, विशेष रूप से मतदाता सूची को लेकर। उन्होंने कहा कि लगभग 70 चरणों की प्रक्रिया होती है, जिसमें राजनीतिक दल और उम्मीदवार हमारे साथ जुड़े रहते हैं। जो भी दावे और आपत्तियां सामने आती हैं, उन्हें सभी राजनीतिक दलों के साथ साझा किया जाता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बिना फॉर्म 7 के किसी भी मतदाता का नाम सूची से हटाया नहीं जा सकता।

वोटर लिस्ट से नाम हटाने या जोड़ने की प्रक्रिया होती है पूरी पूरी पारदर्शिता और नियमों के अनुसार

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव के दौरान चुनाव आयोग पर कई तरह के आरोप लगाए जाते हैं, जैसे कि किसी विधानसभा क्षेत्र में 50 हजार वोटरों का अचानक जुड़ जाना या यह कि वोटर टर्नआउट शाम 5 बजे के बाद अचानक कैसे बढ़ गया। साथ ही यह भी कहा जाता है कि वोटर लिस्ट से नाम कट जाते हैं या काउंटिंग प्रक्रिया धीमी कर दी जाती है। इन सभी आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि वोटर लिस्ट से नाम हटाने या जोड़ने की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और नियमों के अनुसार होती है। इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया जाता है और इसकी जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि आज चुनाव आयोग इन सभी सवालों का जवाब देगा और इन मुद्दों पर उठ रहे सभी संदेहों को दूर करने की कोशिश करेगा।

राजनीतिक दलों के EVM को लेकर आरोपों पर क्या बोले

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “राजनीतिक दलों द्वारा कुछ प्रकार की चिंताएं उठाई गईं। कहा गया कि मतदाता सूची में गलत तरीके से नाम जोड़े और हटाए गए हैं। यह भी कहा गया कि कुछ खास समूहों को निशाना बनाकर उनके नाम सूची से हटाए गए। यहां तक कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के बारे में स्पष्टीकरण देने के बाद भी यह कहा गया कि EVM में छेड़छाड़ की जा सकती है।”

युवाओं से की बढ़-चढकर वोट करने की अपील

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी वोटर्स की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने अपील की कि हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभाए और मतदान के माध्यम से अपने अधिकार का प्रयोग करे। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि साल 2024 में 8 राज्यों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव आयोजित किए गए। उन्होंने कहा कि देश में वोटर्स की संख्या अब 99 करोड़ के करीब पहुंचने वाली है, जो भारतीय लोकतंत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि और गर्व की बात है।

शुरू हुई EC की प्रेस कॉन्फ्रेंस 

दिल्ली विधानसभा चुनाव के शेड्यूल को लेकर चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो चुकी है, जहां सभी की निगाहें चुनाव की तारीखों की घोषणा पर टिकी हुई हैं। चुनाव आयोग इस महत्वपूर्ण अवसर पर चुनाव से जुड़े सभी पहलुओं पर जानकारी देने वाला है। कुछ ही देर में दिल्ली के मतदाताओं को यह पता चलेगा कि वे किस तारीख को अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल करेंगे।

-चुनाव आयोग ने साल 2020 में 6 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान किया था।

-दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि, बीजेपी को 8 सीटें मिली थीं।

-साल 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 67 सीटें जीती थीं। बीजेपी को तब 3 सीट पर जीत हासिल हुई थी।

-कांग्रेस को 2015 और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में किसी भी सीट पर जीत नहीं मिली थी।

-मौजूदा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 तक है।

-चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अंतिम वोटर लिस्ट का सोमवार को प्रकाशन किया था। इस वोटर लिस्ट के अनुसार दिल्ली विधानसभा चुनाव में 15524858 वोटर हैं। इनमें से 83 लाख पुरुष और 71 लाख महिला वोटर हैं। थर्ड जेंडर के 1241 वोटर हैं। लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली में 3.10 लाख वोटर बढ़े हैं। जबकि, पिछले दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद राजधानी में वोटरों की संख्या 7.26 लाख बढ़ी है।

-आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने मुफ्त बिजली, पानी के गलत बिल माफ करने, महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए देने, ऑटो चालकों के लिए 10 एलान, संजीवनी योजना वगैरा का वादा कर चुके हैं। वहीं, कांग्रेस की तरफ से महिलाओं को 2500 रुपए देने की बात कही गई है। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजेपी की तरफ से एलान किया है कि अगर उनकी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव जीता, तो कोई भी योजना बंद नहीं होगी। बल्कि, और कल्याणकारी योजनाएं भी चलाई जाएंगी।