newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Delhi: ED ने AAP को दिया नोटिस, मनी लॉन्ड्रिंग का है मामला, पार्टी ने सरकार पर लगाया साजिश का आरोप

Delhi: प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आम आदमी पार्टी को नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस शेल कंपनियों से चंदा माँगने के मामले में दिया गया है। इसे लेकर ‘आप’ के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने केंद्र सरकार पर तंज कसा है। केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी को मोदी सरकार की पसंदीदा एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय से नोटिस मिला है।

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आम आदमी पार्टी को नोटिस भेजा गया है। यह नोटिस शेल कंपनियों से चंदा माँगने के मामले में दिया गया है। इसे लेकर ‘आप’ के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने केंद्र सरकार पर तंज कसा है। केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी को मोदी सरकार की पसंदीदा एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय से नोटिस मिला है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि बीजेपी AAP के खिलाफ राजनीतिक साजिश कर रही है। इस मामले पर हम आज दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसके साथ ही राघव चड्ढा ने ट्वीट करते हुए  लिखा कि “आम आदमी पार्टी को मोदी सरकार की फेवरेट एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय से लव लेटर मिला है।

बता दें कि इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि हम ED के नोटिस से डरते नहीं हैं। इसके साथ ही बीजेपी को जवाब देते हुए कहा कि भाजपा वालों, हम इस दो कौड़ी के ED Notice से नहीं डरते। हम पीले चावल लेकर आपका इंतजार कर रहे हैं।

 

बता दें कि यह मामला साल 2014 का है जब अप्रैल के महीने में आम आदमी पार्टी को 4 फर्जी कंपनियों के जरिए चंदा मिला था। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज ने शिकायत भी दर्ज करवाई थी कि चार कंपनियों ने कथित तौर पर 5 अप्रैल 2014 को ‘आप’ को 50-50 लाख रुपए दान में दिया थे।

CM Arvind Kejriwal

इस मामले में पुलिस ने बताया कि आरओसी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि चारों कंपनियाँ गोल्डमाइन बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड, स्काईलाइन मेटल एंड अलॉयज प्राइवेट लिमिटेड, सन विजन एजेंसी प्राइवेट लिमिटेड और Infolance Software Solutions pvt Ltd नकली थी और उन पतों पर स्थित नहीं थी, जो इसके रिकॉर्ड में थे। इसके अतिरिक्त, कंपनियों को शेयर प्रीमियम राशि के रूप में बड़ी मात्रा में धन राशि प्राप्त हुई थी, लेकिन धन के स्रोतों का खुलासा नहीं किया गया था।

बता दें कि इससे पहले आरओसी ने कंपनियों के सभी निदेशकों के लिए भी नोटिस जारी किया था, लेकिन इनमें से स्काईलाइन मेटल एंड अलॉयज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दीपक अग्रवाल को छोड़कर किसी ने भी इसका जवाब नहीं दिया। हालाँकि, उन्होंने दावा किया था कि हस्ताक्षर और फोटोग्राफ, जिसके आधार पर उनके नाम पर डीआईएन जारी किया गया था, उनके नहीं थे।