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New IT Law: दिल्ली HC ने ट्विटर से कहा, ‘अगर आईटी नियमों पर रोक नहीं लगी तो, नियमों का पालन करना होगा’

New IT Law: ट्विटर के वकील ने कहा कि जब याचिका दायर की गई थी तब नियमों का पालन नहीं किया गया था लेकिन अब हमने अनुपालन किया है। वकील ने कहा कि रेसिडेंट शिकायत अधिकारी को 28 मई को नियुक्त किया गया था और वह इस मामले में जवाब दाखिल करने के लिए सहमत हैं।

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को ट्विटर इंडिया और ट्विटर इंक द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 (आईटी नियम, 2021) का पालन न करने के खिलाफ एक याचिका पर नोटिस जारी किया। न्यायमूर्ति रेखा पल्ली की पीठ ने कहा, “मैं नोटिस जारी करने के इच्छुक हूं। यदि नियमों पर रोक नहीं लगाई गई है, तो उन्हें नियमों का पालन करना होगा।”

अधिवक्ता अमित आचार्य द्वारा दायर याचिका में उच्च न्यायालय से आग्रह किया गया कि वह केंद्र को निर्देश जारी करे कि वह सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल आचार संहिता) नियम 2021 के नियम 4 के तहत रेसिडेंट शिकायत अधिकारी को नियुक्त करने के लिए ट्विटर इंडिया और ट्विटर इंक को आवश्यक निर्देश पारित करे। हाईकोर्ट ने केंद्र और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को नोटिस जारी कर याचिका पर उनका रुख पूछा है।

delhi highcourt

ट्विटर के वकील ने कहा कि जब याचिका दायर की गई थी तब नियमों का पालन नहीं किया गया था लेकिन अब हमने अनुपालन किया है। वकील ने कहा कि रेसिडेंट शिकायत अधिकारी को 28 मई को नियुक्त किया गया था और वह इस मामले में जवाब दाखिल करने के लिए सहमत हैं।

अदालत ने कहा कि याचिका आईटी नियम, 2021 के अनुपालन से संबंधित है और नोटिस जारी किया गया है। अदालत अब 6 जुलाई को मामले में आगे की सुनवाई करेगा।

Modi Twitter

याचिकाकर्ता का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता आकाश वाजपेयी ने कहा कि नियुक्ति आईटी नियमों के अनुसार नहीं है।

अदालत ने कहा कि ट्विटर ने प्रस्तुत किया कि 28 मई, 2021 को एक रेसिडेंट शिकायत अधिकारी नियुक्त किया गया है, और उसके वकील ने एक संक्षिप्त उत्तर दाखिल करने का प्रयास किया है और उसे इसके लिए 3 सप्ताह के लिए समय दिया गया।

याचिकाकर्ता के एक अन्य वकील ने तर्क दिया कि उन्होंने बताया कि एक शिकायत अधिकारी नियुक्त किया गया है, लेकिन हम नहीं जानते कि क्या उन्होंने इसे कानून के अनुसार नियुक्त किया है या नहीं। पीठ ने जवाब में वकील से कहा कि हस्तक्षेप न करें, इसलिए मैं नोटिस जारी कर रहा हूं और याचिका का निपटारा नहीं कर रहा हूं।