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UP Election: कृषि कानूनों की वापसी के बाद NRC-NPR को वापस लेने की मांग, ओवैसी बोले- अगर लाए तो यहीं… 

UP Election: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अचानक से आते हैं और कहते हैं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई थी। ये तपस्या तो उन किसानों की थी जिन्होंने 1 साल तक कृषि कानूनों को लेकर संघर्ष किया। किसी भी सूरत में उन्होंने अपनी जमीन नहीं छोड़ी।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में राजनीतिक पार्टियां मैदान में उतर चुकी हैं। चुनाव की तारीखें नजदीक आने के साथ ही दलों के बीच वार-पलटवार का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इसी क्रम में अब बाराबंकी में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहाद ए मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। एनपीआर (NPR) और एनसीआर (NRC) के मुद्दे पर ओवैसी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर भाजपा सरकार एनपीआर (NPR) और एनसीआर (NRC) कानून बनाएगी तो हम यहीं पर शाहीनबाग बना देंगे।

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असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री को लेकर कहा, ”हाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, क्या एक्टिंग करते हो आप! मोदी ग़लती से राजनीति में आ गए और बॉलीवुड एक्टर्स (bollywood actors) बच गए. अगर वो bollywood में होते, तो बेस्ट एक्टर (Best Actor) के सारे पुरस्कार उन्हें ही मिलते।”

तपस्या उन किसानों की थी जिन्होंने संघर्ष किया- ओवैसी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अचानक से आते हैं और कहते हैं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई थी। ये तपस्या तो उन किसानों की थी जिन्होंने 1 साल तक कृषि कानूनों को लेकर संघर्ष किया। किसी भी सूरत में उन्होंने अपनी जमीन नहीं छोड़ी। बता दें, एनपीआर (NPR) और एनसीआर (NRC) के साथ ही सीएए को भी वापस लेने की मांग जोर पकड़ रही है।
याद हो कि बीते शुक्रवार 19 नवंबर को गुरु पर्व के खास मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया था। इस ऐलान के साथ ही उन सभी दलों को करारा झटका लगा था जो कृषि कानूनों का मुद्दा बनाकर चुनाव में जीत के लिए अपनी जमीन पक्की कर रहे थे। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को राहत देते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है लेकिन अब भी इन कानूनों की वापसी को लेकर बातें कहीं जा रही है।