मुंबई। महाराष्ट्र का अगला सीएम कौन होगा? इस सवाल पर तमाम चर्चाएं चल रही हैं। इन चर्चाओं के बीच शिवसेना के प्रमुख और महाराष्ट्र के मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे ने अपने समर्थकों से एक अपील की है। एकनाथ शिंद ने कहा है कि उनको समर्थन देने के लिए कोई भी सीएम आवास न आए। इस अपील के बीच ये खबर भी है कि एकनाथ शिंदे को केंद्र की राजनीति में लाया जा सकता है और उनके बेटे को बीजेपी महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम का पद दे सकती है। इससे एकनाथ शिंदे की वरिष्ठता का सम्मान भी बचा रहेगा और बीजेपी के लिए देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का सीएम बनाने का रास्ता भी साफ होगा।
दरअसल, अंदरखाने की खबर ये है कि एकनाथ शिंदे चाहते हैं कि वो ही महाराष्ट्र के सीएम बनें। इसके पीछे शिवसेना का तर्क है कि अभी बीएमसी के चुनाव होने हैं और एकनाथ शिंदे के सीएम रहते बीएमसी चुनाव में भी महायुति को फायदा होगा। बीएमसी के चुनाव 3 साल बाद कराए जाने हैं। वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी जिस तरह पिछली बार के मुकाबले ज्यादा सीटें लाई है, उसकी वजह से वो सीएम पद अपने लिए चाहती है। ऐसे में दिल्ली में ही बीजेपी नेतृत्व और एकनाथ शिंदे व अजित पवार के बीच बैठक से मसला हल करने की तैयारी है। इससे पहले सोमवार को खबर आई थी कि देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनाने पर अजित पवार की एनसीपी को कोई आपत्ति नहीं है। हालांकि, एनसीपी के नेता छगन भुजबल ने अजित पवार को सीएम बनाने के लिए बैटिंग की थी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी वाली महायुति ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। महायुति ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी, कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी को जोर का झटका दिया। हालत ये है कि उद्धव ठाकरे की पार्टी महज 20 सीट और शरद पवार की एनसीपी 10 सीट ही जीत सकी। जबकि, लोकसभा चुनाव में इन पार्टियों ने मिलकर महायुति को झटका देते हुए अच्छी संख्या में सीटें हासिल की थीं।