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Year Ender 2022: PM मोदी के कार्यकाल में इस साल अंतरराष्ट्रीय फलक पर भारत ने इन क्षेत्रों में रचा इतिहास

Year Ender 2022: ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया बेशुमार दुश्वारियों से जूझ रही है। जहां रूस-यूक्रेन युद्ध का सिलसिला जारी है। चीन अपनी विस्तारवादी नीतियों को दूसरे देशों में थोपने पर आमादा हो चुका है तो वहीं पाकिस्तान चीन की शह पर आतंकवाद को फलीभूत करने की कोशिश में जुटा है।

नई दिल्ली। कहीं कोरोना का कहर, तो कहीं रूस-यूक्रेन युद्ध, तो कभी चीन-पाकिस्तान की बदतमीजी, तो कहीं आंतरिक सियासी उठापठक सरीखी दुश्वारियों को मात देकर साल 2022 में कई मोर्चों पर कीर्तिमान स्थापित कर यह साबित कर दिया है कि दुश्वारियां कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, भारत उसके समक्ष नतमस्तक नहीं, बल्कि उन्हें मात देकर इतिहास रचने में विश्वास रखता है। आइए, आगे आपका ज्यादा समय जाया ना करते हुए हम आपको साल 2022 में भारत द्वारा अंतरराष्ट्रीय फलक पर स्थापित किए गए विभिन्न कीर्तिमानों के बारे में विस्तार से बताते हैं।

भारत के हाथों में आई जी-20 की कमान

ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया बेशुमार दुश्वारियों से जूझ रही है। जहां रूस-यूक्रेन युद्ध का सिलसिला जारी है। चीन अपनी विस्तारवादी नीतियों को दूसरे देशों में थोपने पर आमादा हो चुका है तो वहीं पाकिस्तान चीन की शह पर आतंकवाद को फलीभूत करने की कोशिश में जुटा है। जलवायु परिवर्तन से भी दुनिया के अधिकांश देश जूझ रहे हैं। ऐसी नाजुक स्थिति में पूरी दुनिया ने भारत पर भरोसा जताते हुए जी-20 की कमान भारत के हाथों में सौंपने का फैसला किया। जिससे साफ जाहिर होता है कि आज पूरी दुनिया भारत की बादशाहत को सलाम कर रही है।

आपको बता दें कि एक दिसंबर को जी-20 की कमान भारत को सौंपी गई थी। जी-20 की कमान भारत को सौंपे जाने के बाद पूरी दुनिया आज भारत की ओर उम्मीदी निगाहों से देख रही है। ऐसी स्थिति में यह देखने वाली बात होगी कि आगामी दिनों में जी-20 पूरी दुनिया के हितों को प्रभावित करने वाले कौन से कदम उठाती है। बहरहाल, यह बतौर भारतीय हम सभी के लिए खुशी की बात है कि दुनिया के अधिकांश देशों ने भारत की काबिलियत पर भरोसा जताते हुए जी -20 की कमान भारत को सौंपी है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भी मिली अध्यक्षता

आपको बता दें कि जी-20 ही नहीं, बल्कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भी भारत को मिली है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद एक ऐसा मंच है, जहां आतंकवाद से जुड़े मसलों को प्रमुखता से उठाया जाता है। ध्यान रहे, जब से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की जिम्मेदारी भारत को सौंपी गई है, तब से पाकिस्तान लगातार भारत से लताड़ खा रहा है। बता दें, अभी कुछ दिनों पहले यूएनएससी में केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद ने पाकिस्तान द्वारा यूएन में कश्मीर मसला उठाए जाने को लेकर लताड़ लगाई थी। केंद्रीय मंत्री ने साफ कर दिया था कि कश्मीर मुद्दा भारत का आंतरिक मुद्दा है। लिहाजा इसमें पाकिस्तान का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा।

इसके साथ ही जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मसले को लेकर जमकर खरी-खरी सुनाई थी, जिसके बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने अपनी विकृत मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में विवादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद भारत में भुट्टो के खिलाफ गुस्सा अपने चरम पर पहुंच चुका था। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भारत स्थित पाकिस्तान उच्चायुक्त के सामने विरोध प्रदर्शन किया था और पाकिस्तान से माफी की मांग की थी। बता दें, भुट्टो के बाद भी पाकिस्तान द्वारा बदजुबानी नहीं थमी। भुट्टो के बाद पाकिस्तानी मंत्री शाजिया मिर्री ने भारत को परमाणु हमले की धमकी दे दी।

कहा कि आज की तारीख में पाकिस्तान एक परमाणु संपन्न देश है और भारत पर तंज कसते हए कहा कि पाकिस्तान उन देशों में से नहीं है, जो एक गाल में थप्पड़ खाकर दूसरा गाल भी आगे कर देता है, बल्कि हम थप्पड़ का जवाब थप्पड़ से ही देते हैं। बहरहाल, बतौर पाठक आप देख सकते हैं कि किस तरह पाकिस्तान आज की तारीख में वैश्विक मंच पर अपनी बेहुदगी की वजह से चौतरफा घिरा हुआ है। उधर, जब से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद क कमान भारत के हाथों में आई है, तब भारत की ताकत में और इजाफा हुआ है और पाकिस्तान की जमकर क्लास लगती जा रही है। यह उसी का नतीजा है कि वो अपनी खुन्नस निकालता हुआ नजर आ रहा है।

पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था

सुरक्षा के मोर्चे के अलावा अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी भारत ने इस साल कमाल कर दिखाया है। कोरोना, रूस- यूक्रेन युद्ध, आंतरिक सियासी उठापठक सहित अन्य दुश्वारियों को मात देकर आज भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।

बड़ी बात यह है कि यह कमाल भारत ने नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में कर दिखाया है, क्योंकि विपक्षी दल हमेशा से ही नरेंद्र मोदी को कमजोर अर्थव्यवस्था के मुद्दे को लेकर घेरते हुए आए हैं। ऐसी स्थिति में विश्व की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था का तगमा हासिल कर लेना हम सभी के लिए खुशी की बात है।

5 जी नेटवर्क

पहले 2 जी फिर 4 जी और अब 5 जी के वजूद में आने के बाद आज की तारीख में भारत को आगे बढ़ने से दुनिया को कोई भी ताकत नहीं रोक पाएगी। भारत में 5 जी आने के बाद चीन सहित कई बड़े यूरोपीय देश भी दंग रह गए।

बहरहाल, अब आगामी नूतन वर्ष में भारत विकास के मोर्चे पर क्या कुछ कमाल कर दिखाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम