नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक बार फिर यूरोपीय देशों को आईना दिखाया है। विदेश मंत्री ने इस बार जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक (Annalena Baerbock) के सामने ही अपनी बात रखी। दरअसल, बेयरबॉक के साथ जयशंकर मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इस दौरान एक विदेशी पत्रकार ने रूस से कच्चा तेल खरीदने के मसले को उठा दिया। पत्रकार ने शायद ये सोचा होगा कि जर्मन विदेश मंत्री के सामने जयशंकर इस मसले पर कोई दूसरा जवाब देंगे, लेकिन उसकी उम्मीद पर पानी फिर गया। जयशंकर ने पलटकर आंकड़े देते हुए पत्रकार की जुबान बंद करा दी।
जयशंकर से पत्रकार ने जब पूछा कि क्या भारत अब रूस से कच्चा तेल खरीदना बंद कर देगा, तो जयशंकर ने कहा कि फरवरी से 17 नवंबर तक तो यूरोपीय यूनियन के देशों ने रूस से इतना कच्चा तेल खरीदा है, जितना बाकी के 10 देशों ने भी मिलकर नहीं खरीदा। इसके अलावा जयशंकर ने आगे और आंकड़े दिए और कहा कि रूस से असीमित मात्रा में यूरोपीय देशों ने प्राकृतिक गैस खरीदा। जबकि, भारत ने कोई खरीदी नहीं की। वहीं, कोयले के आयात के मामले में भी जयशंकर ने बताया कि रूस से सबसे ज्यादा कोयला भी यूरोपीय देशों ने खरीदा है। सुनिए, जयशंकर ने किस तरह पत्रकार की बोलती बंद की।
#WATCH | European Unions from February to November have imported more fossil fuel from Russia than the next 10 countries combined. The oil import in European Union is six times what India has imported; gas is infinite times because we don’t import it: EAM Dr S Jaishankar pic.twitter.com/3Thnvg8KyG
— ANI (@ANI) December 5, 2022
बता दें कि रूस और यूक्रेन की जंग शुरू होने के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव काफी बढ़ गए थे। तब रूस ने भारत को सस्ते में कच्चा तेल दिया। यही बात अमेरिका और यूरोप के देशों को नहीं सुहा रही है। जयशंकर इससे पहले भी इस मसले पर अमेरिका और यूरोप के देशों को खरी-खरी सुना चुके हैं। इस बार उन्होंने जर्मनी की विदेश मंत्री बेयरबॉक के सामने ही यूरोप के देशों के दोहरे चरित्र की पोल-पट्टी खोलकर रख दी है।