नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की अलग-अलग जेलों में बंद सपा नेता आजम खां, गैंगेस्टर से बसपा विधायक बने मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इन तीनों नेताओं की कुंडली खंगालेगा और पूछताछ करेगा।
पूर्व में प्रवर्तन निदेशालय ने इन तीनों नेताओं के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुकदमा दर्ज किया था। अब ईडी को कोर्ट से इन तीनों नेताओं को कस्टडी में लेकर पूछताछ करने की अनुमति मिल गई है। इसके बाद ईडी की टीम जल्द ही तीनों नेताओं से पूछताछ कर सकती है।
Enforcement Directorate to question UP leaders Azam Khan, Mukhtar Ansari, Atiq Ahmad in connection with alleged money laundering case.ED has got permission for custodial interrogation of these politicians. All these politicians are currently lodged in different jails: ED official pic.twitter.com/aQOSAxhUPH
— ANI (@ANI) September 20, 2021
आपको बता दें कि समाजवादी नेता आजम खां पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप है। नियमों की धज्जियां उड़ाकर आजम खां ने किसानों की जमीनें ले लीं। इसके बाद कुछ किसानों ने इसकी शिकायत राज्यपाल से की थी। आरोप है कि आजम खां के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर जिन जमीनों का अधिग्रहण किया था। उनमें से कई जमीनें सरकारी हैं और यूनिवर्सिटी बनाने में सरकारी पैसे का इस्तेमाल किया गया।
यूपी की बांदा जेल में बंद माफिया और बसपा विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने 1 जुलाई को मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। उस पर आरोप है उसने एक सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाया और उसे सात साल के लिए 1.7 करोड़ रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से एक निजी कंपनी को किराए पर दे दिया। अब इसी मामले में ईडी अपनी पूछताछ करेगी।
माफिया अतीक अहमद की बात करें तो उसके खिलाफ भी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया था। उसपर आरोप है कि पिछले साल पुलिस ने उसकी कई बेनामी संपत्ति चिन्हित की थीं। इन कंपनियों में नाम तो किसी और का है लेकिन परोक्ष रूप से इनमें पैसा अतीक का लगा है। इनमें से ज्यादातर कंपनियों का कारोबार रियल इस्टेट से संबंधित है।