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महाराष्ट्र के मंत्रालय में शराब की खाली बोतलें मिलने से मचा हड़कंप, सुरक्षा व्यवस्था में खामी को लेकर राज्य सरकार पर उठे सवाल

Maharashtra : इस मामले में भाजपा लगातार राज्य सरकार पर निशाना साधे हुए हैं। महाराष्ट्र भाजपा के प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने इसको लेकर कहा कि, राज्य सरकार का शराब कारोबारियों के प्रति नरम रुख सबको पता है।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में मंत्रालय के परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने से हड़कंप मच गया है। ऐसे में अब राज्य सरकार पर भाजपा ने आरोप लगाए हैं कि उद्धव सरकार शराब कारोबारियों के प्रति नरमी दिखा रही है। बता दें कि मंत्रालय के तल मंजिल पर जिस जगह ये खाली बोतलें पाई गई हैं, उसके पास ही मुख्यमंत्री, मंत्रियों, मुख्य सचिव व अन्य अफसरों के कक्ष भी मौजूद हैं। ऐसे में मामले की गंभीरता को समझते हुए उद्धव सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। शराब की ये खाली बोतलें कैंटीन की ओर जाने वाले चढ़ाव के नीचे तल मंजिल पर मिलने से राज्य के सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री दत्तात्रय भराणे ने आशंका जताते हुए कहा है कि, हो सकता है कि मंत्रालय में चल रहे निर्माण कार्य में काम करने वाले कांट्रेक्टर व श्रमिकों की द्वारा ऐसा किया गया हो। उन्हीं लोगों के द्वारा ये शराब की बोतलें लाई गई हों।

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उन्होंने कहा कि मैं राज्य के गृह मंत्री दिलीप वालसे को इस संबंध में जानकारी दूंगा। मामले को गंभीरता से लिया जाएगा और इसकी विस्तृत जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

वहीं उनसे जब सवाल किया गया कि क्या इस मामले में सुरक्षा में चूक की गुंजाइश है? तो उन्होंने जवाब दिया कि, ऐसा तो नहीं है, क्योंकि बिना किसी वैध पास कोई भी व्यक्ति परिसर में प्रवेश नहीं कर सकता। वहीं इस मामले में भाजपा लगातार राज्य सरकार पर निशाना साधे हुए हैं। महाराष्ट्र भाजपा के प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने इसको लेकर कहा कि, राज्य सरकार का शराब कारोबारियों के प्रति नरम रुख सबको पता है। मंत्रालय में बड़ी तादाद में शराब की खाली बोतलें मिलना घिनौना मामला है। भाजपा नेता उपाध्ये ने कहा कि पूववर्ती भाजपा सरकार ने शराब वितरण पर पूर्वी महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में रोक लगा दी थी, लेकिन राज्य में उद्धव सरकार आते ही उस फैसले को पलट दिया गया। राज्य सरकार ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान भी शराब की दुकानें, अन्य दुकानों के लिए राहत देने से पहले ही खोलने की इजाजत दे दी थी।