रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता और राज्य के सीएम हेमंत सोरेन की मुश्किलें खत्म होती नहीं दिख रही हैं। अवैध खनन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने एक बार फिर हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए उपलब्ध रहने को कहा है। ईडी ने हेमंत सोरेन से कहा है कि वो 27 से 31 जनवरी के बीच पूछताछ के लिए उपलब्ध रहें। हेमंत सोरेन से पिछले दिनों ईडी के अफसरों ने उनके सरकारी आवास जाकर अवैध खनन में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप संबंधी पूछताछ की थी। ईडी ने तब हेमंत सोरेन से करीब 7 घंटे तक सवाल-जवाब किए थे। माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन के तमाम जवाबों से ईडी संतुष्ट नहीं है। इसी वजह से फिर उनसे पूछताछ के लिए उपलब्ध रहने को कहा गया है।
हेमंत सोरेन को अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग में पूछताछ के लिए ईडी ने 8 बार समन दिया। 7 बार समन के बाद भी हेमंत सोरेन ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। उन्होंने राहत के लिए कोर्ट का भी रुख किया था, लेकिन वहां से भी राहत नहीं मिली थी। इसके बाद जब ईडी ने हेमंत सोरेन को 8वां समन दिया, तो उन्होंने जांच एजेंसी से कहा कि वो उसके दफ्तर नहीं जाएंगे। अगर पूछताछ करनी है, तो सीएम आवास में कर ली जाए। इसके बाद ही ईडी के अफसर बीते दिनों सीएम आवास पहुंचे थे और हेमंत सोरेन से पूछताछ की थी।
इससे पहले जब ईडी के अफसरों ने पूछताछ की थी, तो उनके जाने के बाद जेएमएम के कार्यकर्ताओं से हेमंत सोरेन ने कहा था कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है। जेएमएम नेता ने कहा था कि वो किसी से नहीं डरते और साजिश को सफल नहीं होने देंगे। हेमंत सोरेन ने कार्यकर्ताओं से ये भी कहा था कि अगर यहां गोली चली, तो आपका नेता गोली खाएगा। सोरेन ने ये भी कहा था कि उनकी सरकार कोई गाजर-मूली नहीं। उन्होंने ये आरोप भी लगाया था कि बीजेपी के लोग राज्य का खनिज और संपत्ति पूंजीपतियों को सौंपने की साजिश रच रही है। हेमंत सोरेन ने कहा था कि इस कोशिश को सफल नहीं होने देंगे।